लखनऊ (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश की सियासत में इस चुनावी मौसम के दौरान कई रंग देखने को मिल रहे हैं। पार्टियों से नाराजगी और फिर दल-बदल का सिलसिला जारी है। इस बीच भाजपा की बड़ी नेता और सांसद रीता बहुगुणा जोशी के सपा में शामिल होने की अटकलें तेज हैं। बताया जा रहा है कि बेटे मयंक जोशी को टिकट नहीं मिलने के चलते रीता जोशी पार्टी से नाराज चल रही हैं और अखिलेश के साथ जा सकती हैं। इन तमाम अटकलों के बीच अब अखिलेश ने खुद इस पर जवाब दिया है।
अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि क्या रीता बहुगुणा जोशी समाजवादी पार्टी में शामिल होने जा रही हैं? इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि, "समाजवादी पार्टी की कोशिश अपने साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ना है। रीता बहुगुणा जोशी के सपा में शामिल होने पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन उनके बेटे मयंक जोशी ने हमसे मुलाकात की है।"
बता दें कि रीता बहुगुणा जोशी के बेटे ने 22 फरवरी को अखिलेश यादव के साथ मुलाकात की थी। जिसके बाद अखिलेश ने खुद इसे शिष्टाचार भेंट बताते हुए तस्वीर पोस्ट की। फोटो पोस्ट होते ही यूपी की पॉलिटिक्स में एक बार फिर हलचल मच गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मयंक जोशी लखनऊ कैंट सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। यहां तक कि रीता बहुगुणा जोशी की तमाम कोशिशों के बावजूद ऐसा नहीं हो पाया। जिसके बाद रीता और उनके बेटे के पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज हो गईं। अब बताया जा रहा है कि सपा उनका स्वागत कर सकती है और हो सकता है कि उन्हें टिकट भी दिया जाए।
जिस लखनऊ कैंट सीट को लेकर बीजेपी में ये सब चल रहा है, उस पर रीता बहुगुणा जोशी का काफी दबदबा रहा है। वो यहां से दो बार विधायक चुनी गई हैं। पहली बार रीता जोशी ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव जीता, वहीं 2017 के चुनाव में वो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ीं और जीत दर्ज की। लेकिन 2019 में सांसद बनने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा, जिसके बाद ये सीट बीजेपी ने उपचुनाव में जीती। अब अखिलेश और रीता जोशी के बेटे की तस्वीर के कई मायने निकाले जा रहे हैं, जिसे अखिलेश यादव ने चौथे चरण की वोटिंग से ठीक पहले शेयर किया। अगर रीता बहुगुणा जोशी और उनके बेटे को लेकर चल रहीं ये अटकलें सच साबित होती हैं तो ये बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। इससे लखनऊ से लेकर प्रयागराज में भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। फिलहाल यूपी चुनाव के तीन और चरण के लिए वोटिंग बाकी है। बीजेपी के लिए ये चरण निर्णायक साबित हो सकते हैं। ऐसे में पार्टी बिल्कुल भी ये नहीं चाहेगी कि यहां समीकरण किसी भी हाल में बदलें। वहीं वोटर्स तक एक मैसेज पहुंचाने के लिए अखिलेश ने मयंक जोशी के साथ तस्वीर शेयर की है।