मेजा, प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
जब भी मौसम बदलता है, तो वातावरण में कई बदलाव आते हैं। हवा, तापमान, नमी में हो रहे इन बदलावों के कारण मनुष्य के शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और बीमार होने का खतरा ज्यादा होता है। भारत जैसे देश में जहां कई मौसम आते-जाते रहते हैं, वहां संक्रमण व रोग होने का खतरा अधिक होता है। बच्चे, बूढ़े और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ऐसे समय में खास ख्याल रखना चाहिए।इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेजा के अधीक्षक डाक्टर ओमप्रकाश ने बताया की हमारे शरीर में करीब 60 प्रतिशत पानी होता है, जो हमारे स्वास्थ्य का निर्धारण करने में अति महत्वपूर्ण है। जब भी मौसम बदलता है, तो आपको पानी के साथ अन्य लिक्विड इनटेक भी बढ़ा देना चाहिए। जैसे- सिट्रस वाले फ्रूट्स का जूस, मशरूम सूप, दाल का पानी, टमाटर का सूप, हल्दी वाला गर्म पानी या दूध व अदरक, लौंग, इलायची, गुड़ से बना काढ़ा बदलते मौसम के हिसाब से पीना शुरू कर देना चाहिए।उन्होंने बताया कि शरीर की इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए विटामिन-सी बहुत जरूरी तत्व है। यह एक दमदार एंटीऑक्सीडेंट है, जिसे सिट्रस फ्रूट्स की मदद से डायट में शामिल करना काफी आसान है। लेकिन आप नींबू, कीवी, संतरा आदि के अलावा ब्रॉकली, फूलगोभी जैसी सब्जियों के जरिए भी विटामिन-सी को ग्रहण कर सकते हैं।बदलते मौसम से हो रही बीमारियों से बचाव हेतु डॉक्टर ओम प्रकाश ने बच्चों सहित सभी को अधिक से अधिक पानी का सेवन करने की सलाह दी है। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि यह किसी को सर्दी, जुकाम,खांसी और बुखार हो तो तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर परीक्षण कराएं।उन्होंने कहा कि अस्पताल में सभी तरह की व्यवस्था और जरूरी दवाएं हैं।डाक्टर की सलाह से दावा का इस्तेमाल करें।