मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा विकास खण्ड में अधिकतर ग्राम पंचायतों में पेयजल की आपूर्ति हैण्ड पम्प,या फिर पुस्तैनी कूप से सुनिश्चित होती है। पहाड़ी से सटे कई ऐसे गांव हैं जहां पर भयंकर गर्मी की वजह से पानी का लेबल काफी नीचे चला गया है जिसकी वजह से ग्रामीणों को पेयजल हेतु काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। ग्राम पंचायत ,हड़गड़,,सींकीकला,भइयां, में कई हैण्ड पाइप से पानी निकलना बंद हो गया है। संबंधित ग्राम प्रधानों को प्रशासन द्वारा भी निर्देश प्राप्त हुआ है कि खराब पड़े हैण्ड पम्प को दुरुस्त कराते हुए शुद्ध पेयजल सुनिश्चित हो। किन्तु सोचनीय विषय है कि दिन-प्रतिदिन वाटर लेवल खिसकने की वजह से सौ फिट तक बोरकिये गये हैंण्डपम्प रिबोर की स्थिति में हो गये हैं परिणाम स्वरूप कचड़ा युक्त पानी दे रहे हैं। जनसुनवाई फाउंडेशन के विकास खण्ड प्रभारी राजकुमार मिश्र का कहना है कि यदि गांव में स्थित तालाबों को समय रहते अतिक्रमण मुक्त कराकर पानी की ब्यवस्था सुनिश्चित की गई होती तो पेयजल संकट दूर हो जाता। क ई ग्राम पंचायतों में पानी के टैंकर भी थे किन्तु दिखाई नहीं दे रहे हैं, ग्राम पंचायत भइयां के प्रधान पति दिनेश ने बताया कि टैंकर तो था किन्तु पता नहीं कहां है। जबकि ग्रामीणों को जल आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु ग्राम पंचायत द्वारा टैंकर खरीदा गया था किन्तु परिस्थिति नदारद दिखाई दे रहा है।