प्रयागराज (राजेश सिंह). भाजपा एमएलसी पर मुकदमा नहीं लिखे जाने पर बिजली कर्मियों ने हड़ताल किया. बता दें कि अधिशासी अभियंता टैगोर टाउन मनोज अग्रवाल के साथ कार्यालय में घुसकर मारपीट की घटना ने तूल पकड़ लिया है। शनिवार शाम छह बजे तक भाजपा एमएलसी सुरेंद्र चौधरी के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं किए जाने पर संयुक्त संघर्ष समिति ने हड़ताल की घोषणा कर दी। इसमें उप्र राज्य विद्युत अभियंता संघ, उप्र राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन, कर्मचारी यूनियन, टीजीटू समेत अन्य संगठन शामिल हैं। बिजली कर्मियों द्वारा हड़ताल की घोषणा के बाद हड़कंप मच गया है। शुक्रवार को दिन में अधिशासी अभियंता टैगोर टाउन मनोज अग्रवाल ने भाजपा एमएलसी सुरेंद्र चौधरी और उनके साथियों पर कार्यालय में घुसकर पिटाई करने का आरोप लगाया था। कहना था कि गुरुवार को वह मेंहदौरी इलाके में प्रवर्तन दल के साथ मीटरों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान एक घर में बिजली चोरी पकड़ी गई। उसी समय एमएलसी सुरेंद्र चौधरी का फोन आया और उन्होंने वहां से जाने की बात कही। इंकार करने पर फोन पर ही धमकी दी गई थी। इसी मामले को लेकर वह शुक्रवार को कार्यालय पर आए और मेज पर रखी फाइलों को फेंकते हुए माेबाइल छीन लिया। उनको घसीटते हुए बाहर की तरफ लाने लगे। इस दौरान उनको पीटा भी गया। महिला कर्मचारी मुख्य गेट पर खड़ी हो गईं, तब जाकर उनको छोड़ा गया था। उन्होंने मामले की तहरीर जार्जटाउन पुलिस को दी थी। उधर, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया था। उन्होंने अधिशासी अभियंता पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि जिस व्यक्ति के यहां बिजली चोरी पकड़ने की बात कही जा रही है, उसके खिलाफ 24 घंटे तक एफआइआर नहीं दर्ज कराई गई। 50 हजार रुपये घूस मांगा गया। उन्होंने भी अधिशासी अभियंता के खिलाफ जार्जटाउन थाने में तहरीर दी।घटना के बाद शाम को अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस ने एमएलसी सुरेंद्र चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया तो अधिकारी और कर्मचारी जार्जटाउन थाने के सामने धरने पर बैठ गए थे। बाद में अधिकारियों ने फोन पर शनिवार शाम चार बजे तक एफआइआर दर्ज कराने का आश्वासन दिया था, जिस पर धरना समाप्त कर दिया गया था। शनिवार शाम चार बजे तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई तो उप्र राज्य विद्युत अभियंता संघ, उप्र राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन, कर्मचारी यूनियन, टीजीटू समेत अन्य संगठन के पदाधिकारी व सदस्य हाइडिल कालोनी पहुंच गए। पदाधिकारियों ने मुख्य अभियंता विनोद गंगवार को नोटिस देते हुए कहा कि शाम छह बजे तक अगर एफआइआर नहीं लिखी गई तो बिजली कर्मी हड़ताल कर देंगे। छह बजने के बाद भी जब कार्रवाई नहीं हुई तो बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल की घोषणा कर दी। उप्र राज्य विद्युत अभियंता संघ के क्षेत्रीय सचिव विजय तिवारी का कहना है कि बैठक में हड़ताल का निर्णय लिया गया। इसमें अभियंता, जूनियर इंजीनियर, कर्मचारी, संविदा कर्मी शामिल हैं।