प्रयागराज (राजेश सिंह). बुधवार को प्रयागराज के करछना थाने में एसएसपी प्रयागराज अजय कुमार के निरीक्षण के दौरान मिली खामियों के आरोप में दस पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था. जांच के दौरान लाइन हाजिर हुए पुलिसकर्मी निलंबित किए जा सकते हैं. करछना थाने से लाइन हाजिर किए गए दो दारोगा समेत आठ पुलिसकर्मियों पर निलंबन की तलवार लटक रही है। मामले की प्रारंभिक जांच में पुलिस कर्मियों पर लगे आरोपों की पुष्टि हो रही है। इस आधार पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की तैयारी शुक्र हो गई है। एसएसपी के निरीक्षण में मिली खामी व लापरवाही के कारण पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था। उधर, एसएसपी ने करछना थाने में दारोगा अखिलेश कुमार राय, शत्रुघ्न सिंह, हेड मुहर्रिर प्रवीण पांडेय और सिपाही अंकित सिंह, रवि राय, गोविंद त्रिपाठी हरकेश चौहान अजीत प्रजापति गरिमा कुशवाहा और सुषमा की तैनाती की है। सभी को बेहतर कार्य व्यवहार रखने और व्यवसायिक दक्षता को मजबूत बनाए रखने की हिदायत दी गई। बुधवार को एसएसपी अचानक करछना थाने पहुंचे थे। उन्होंने हवालात, मेस, महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण करते हुए रजिस्टर चेक किया। महिला आरक्षी धनीता निषाद की कार्य में शिथिलता मिली। थाने के भीतर खड़ी स्कार्पियों के संबंध में दारोगा दर्शनलाल व जनमेजय ने अलग-अलग बात कही। ड्यूटी चार्ट से पता चला कि सिपाही अनुज कुमार की ड्यूटी थाने से पांच किमी दूर कऊवा चौराहे पर है। उसे पता करने के बारे में हेड मुहर्रिर मुन्नी लाल यादव को लगाया गया, लेकिन सिपाही सनी कुमार ने एसएसपी के निरीक्षण की जानकारी अनुज को मोबाइल से बता दिया गया। फिर एसएसपी मुन्नी लाल व सनी को लेकर कऊवा चौराहे पर पहुंचे तो अनुज वहां भागता हुआ आया। पूछताछ में उसने बैंक में ड्यूटी लगने की बात बताई, लेकिन जांच में पता चला कि वह कई घंटे बाद पहुंचा। इससे पहले वह थाने की बैरक में सादे ड्रेस में आराम कर रहा था। इसी तरह अन्य पुलिसकर्मियों ने पूछताछ में संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके और व्यावसायिक दक्षता में कमी मिली।