प्रयागराज (राजेश सिंह). भाजपा एमएलसी सुरेंद्र चौधरी के खिलाफ पुलिस ने आसानी से एफआइआर नहीं दर्ज की है। दो दिन से मामले को टाला जा रहा था, लेकिन शनिवार शाम जब बिजली कर्मियों ने एकजुटता दिखाते हुए कामकाज ठप कर दिया, तब अफसरों में हलचल मची। तब एफआइआर लिखने का आदेश दिया गया। इतना ही नहीं, एमएलसी की तहरीर पर भी रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए गए। हालांकि, आज रविवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष की आपात बैठक हो सकती है और इसमें आगे की रणनीति बनाए जाने की संभावना है। बिजली कर्मियों ने शनिवार शाम छह बजे से कामकाज ठप करते हुए हड़ताल पर जाने की घोषणा की तो बड़े अफसरों में हड़कंप मच गया। सभी यह समझ गए थे कि गर्मी में अगर कहीं बिजली का व्यवधान हुआ तो क्या होगा। मरम्मतीकरण किससे कराया जाएगा। मुख्य अभियंता विनोद गंगवार ने इसे लेकर एक बार फिर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की। पूरी स्थिति से अवगत कराया और फिर रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए गए। यहां पहला मौका नहीं था, जब बिजली कर्मचारियों की एकजुटता के कारण मुकदमा दर्ज हुआ है। इससे पहले बुधवार को बेनीगंज में बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट के मामले में अधिकारियों और कर्मचारियों ने खुल्दाबाद थाने का घेराव किया और मुख्य अभियंता ने मंडलायुक्त, डीएम और एसएसपी से मुलाकात कर पूरी बात बताई, तब रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया था। अब एमएलसी सुरेंद्र चौधरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बिजली कर्मचारियों की आगे की रणनीति क्या होगी, इसे लेकर रविवार को हाइडिल कालोनी में आपातकालीन बैठक हो सकती है। इसमें हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की जा सकती है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने साफ तौर पर कहा था कि सभी अधिकारी अपना सीयूजी मोबाइल नंबर मुख्य अभियंता को सौंप कर शाम छह बजे के बाद हड़ताल पर जा रहे हैं। वह मुख्य अभियंता कार्यालय पर शांतिपूर्वक आंदोलन करेंगे। इस दौरान किसी भी साथी के साथ जोर जबर्दस्ती या दुर्व्यहार होता है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।