मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
विकास खंड मेजा अंतर्गत ग्राम पंचायत भइयां में ग्रामीणों द्वारा जनपंचायत का आयोजन किया गया। 5 हजार से अधिक आबादी वाले गांव में बुजुर्ग, युवा, बच्चों सहित सैंकड़ों ग्रामीणजन उपस्थित रहे।जनपंचयत में विभिन्न आयु वर्ग के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि शासन की मंशा मुताबिक अधिकांशतः लाभार्थियों को सरकारी राशन की दुकान से समयानुसार राशन प्राप्त हो रहा है किन्तु विमला देवी, अनुराधा,कौशिल्या, आदि 20प्रतिशत मजदूर वर्ग के परिवारों को बार-बार आनलाइन कराने के बावजूद राशन कार्ड नहीं बनने की वजह से योजनाओं का लाभ अभी भी नहीं मिला। मुशहरान बस्ती की गुलबिया तेरसू,बब्बन,भंवरी देवी ने बताया कि कुपोषण एवं तालाब का पानी पीने की वजह व मलेरिया से एक वर्ष में बस्ती में 5मौते हुई हैं। वैसे तो पहले की अपेक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालयों में अधिक बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं, किन्तु मजदूर वर्ग के 25प्रतिशत बच्चेअभी भी स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। जबकि आधे से अधिक बच्चे कक्षा 8के बाद स्कूल जाना बन्द कर दें रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास की प्रशंसा करते हुए ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के प्रति आभर प्रकट करते हुए कहा कि सरकार की वजह से गरीबों को पक्के मकान का फायदा हुआ है।हालांकि पूजा देवी, बिटोला देवी,रामरती,जियना, मनबसिया जैसे 50मजदूर परिवारों को प्रधानमंत्री आवास व शौचालय अभी भी नहीं मिला है क्योंकि उनके पास अभी भी आवासीय भूखण्ड नहीं है जिसकी वजह से तालाब के भीटे पर ही रहने को बाध्य हैं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश कुमार ने बताया कि तालाबों पर बसे आदिवासी परिवार कोआवासीय भूखण्ड आवंटन की कार्यवाही की गयी है किन्तु तहसील प्रशासन द्वारा अग्रसारित नहीं की जा रही है। यद्यपि शासन द्वारा तालाबों को संरक्षित करने हेतु स्कीम तो चलाई गई है किन्तु तहसील स्तर पर सर्वाधिक तालाबों वाले इस गांव में अवैध कब्जा करने वालों की कमी नहीं है। जो भी तालाब बचे भी हैं उनमें नहर से जलभराव हेतु नाली का जुड़ाव न होने से पानी भी नहीं डाला जा सकता है, जिसके कारण खाली रहते हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, विद्युत आपूर्ति, पंचायत राज विभाग, सहित विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद 2सौ विन्दुओं की विकास मापी सूचकांक को ग्रामीणों द्वारा बताए गए स्थलीय निरीक्षण के आधार पर भरा गया। जिस पर उपस्थित ग्रामीणों का हस्ताक्षर व आधार नंबर भी लिखे गए हैं। जनसुनवाई अभियान के तहत जनपंचायत का आयोजन करने वाले जनसुनवाई फाउंडेशन के जनपद प्रभारी अधिवक्ता विवेक सिंह"रानू" ने बताया कि ग्रामीणों एवं अधिकारियों के बीच सामंजस्य स्थापित करने का माध्यम जनपंचायत है,जिसको लेकर शासन द्वारा ग्राम चौपाल का आयोजन भी किया जा रहा है। सुशासन स्थापित करने एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की नीयत से ही जनपंचायत को आयोजित करते हुए जनपद प्रशासन एवं सरकार तक रिपोर्ट अग्रसारित की जाएगी उम्मीद है कि प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में ग्राम चौपाल में संबंधित जनसमस्याओं का निराकरण भी होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित फाउंडेशन के राष्ट्रीय जनपंचायत समन्वयक वरिष्ठ समाजसेवी जयप्रकाश द्विवेदी द्वारा ग्रामीणों को जागरूक करते हुए सुझाव दिया गया कि यदि सम्बंधित विभागीय अधिकारियों द्बारा समयबद्ध समस्या का समाधान नहीं किया जाता तो प्रधानमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में आनलाइन शिकायत पंजीयन आवश्यक है।