मेजा,प्रयागराज।(विमल पांडेय)
योगीराज में हो रहे भूमाफियों के खिलाफ कार्यवाही को देखते हुए धरमपुर प्रधान ने भी अवैध कब्जा से ग्राम पंचायत की सरकारी भूमि को मुक्त कराने का संकल्प ले रखा है। संकल्प दुहराते हुये पिछले दिनों प्रधान द्वारा पंचायत भवन की भूमि पर हुये अवैध कब्जे की शिकायत और कार्यवाही की गयी, जो बदस्तूर अब भी जारी है। चकमार्गों पर स्थानीय काश्तकारों द्वारा किये गये अतिक्रमण की शिकायत प्रधान ने जिले और तहसील स्तर के शीर्ष अधिकारियों से की है। धरमपुर प्रधान द्वारा कमिश्नर, डीएम सहित कई अन्य उच्चाधिकारियों को दिये गये शिकायती पत्र में राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज उन चकमार्गों का स्पष्ट ब्यौरा है, जिस पर अतिक्रमण हुआ है। प्रधान रेखा देवी ने बताया कि धरमपुर में मुख्य मार्ग संख्या-188, 225, 232, 247, 268 पर अतिक्रमण है। इसी तरह धरमपुर में ही चकमार्ग संख्या-177, 185, 315, 323, 325, 327, 338 और 343 पूरी तरह अतिक्रमित है। चपौर गाँव में चकमार्ग संख्या-99, 100, 147 और 168 पर स्थानीय काश्तकारों का अतिक्रमण है। उक्त चकमार्गों में से अधिकांश की सिनाख्त करना भी मुश्किल है क्योंकि उन्हें स्थानीय काश्तकारों द्वारा पूरी तरह जोत लिया गया है। प्रधान ने कहा कि ग्राम पंचायत धरमपुर में चपौर और धरमपुर दो राजस्व गांव हैं। ग्राम पंचायत की लगभग पचास फीसदी चकमार्ग अतिक्रमण के दायरे में हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की नीति एवं मंशानुरूप चकमार्गों को कब्जा मुक्त कराना उनकी शीर्ष प्राथमिकता है ताकि उन पर मनरेगा योजना के तहत कच्चे रास्ते का निर्माण कराया जा सके। इससे आम जनता को रोजगार एवं आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। प्रधान ने जिला एवं तहसील प्रशासन से पुलिस की मौजूदगी में उक्त चकमार्गों की पैमाइश एवं सीमांकन राजस्व निरीक्षक द्वारा कराने की माँग की है।
