नही हो पा रही है धान की रोपाई, किसान चिंतित, प्रशासन तैयार
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में बारिश न होने से सूखाग्रस्त घोषित करने की तैयारी विभाग जुट गया है। बारिश नहीं होने से लोग गर्मी से बेहाल तो हैं हीं, खेती को लेकर भी हालात बिगड़ गए हैं। अभी तक धान की 10 फीसदी भी रोपाई नहीं हुई है। संबंधित विभागों ने लिखकर दिया है कि एक सप्ताह और बारिश नहीं हुई तो धान की खेती की संभावना धूमिल हो जाएगी। इसे देखते हुए जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की तैयारी शुरू हो गई है। एक-दो दिनों में शासन तथा कृषि निदेशालय को इस बाबत प्रस्ताव भेजा जाएगा। सावन शुरू हो गया है लेकिन बारिश नहीं हो रही है। इसकी वजह से धान की रोपाई अधर में है। नर्सरी सूखने लगी है। जहां रोपाई हो गई है, वहां फसल पर सूखने का खतरा है। धान का कटोरा कहे जाने वाले कोरांव में हालात ज्यादा खराब हैं। पूरे यमुनापार में खेतों में दरार पड़ गई है। इसे देखते हुए कृषि विभाग की ओर से तहसीलों को पत्र लिखकर धान की रोपाई के बारे जानकारी मांगी गई है। उप निदेशक कृषि विनोद कुमार का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है। जल्द अच्छी बारिश नहीं हुई तो 31 जुलाई तक जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जा सकता है। ताकि, इसके बाद कम पानी में होने वाली फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा सके। जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्य का कहना है कि सूखे के हालात बन रहे हैं। जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने का प्रस्ताव एक-दो दिनों में निदेशालय तथा शासन को भेजा जाएगा। एडीम वित्त एवं राजस्व जगदंबा सिंह का कहना है कि यमुनापार में हालात ज्यादा खराब हो गए हैं। सिंचाई विभाग ने भी लिखकर दे दिया है कि एक सप्ताह तक ऐसा ही रहा तो स्थिति भयावह होगी।