मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा अस्पताल में 108 एंबुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) और ड्राइवर की मदद से महिला की जान बच गई। वे गर्भवती महिला को एंबुलेंस के लिए जरिये अस्पताल लेकर आ रहे थे, उसी दौरान रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई।महिला दर्द से कराह रही थीं, तभी टेक्नीशियन और ड्राइवर ने महिला की डिलीवरी करवाई।सी एच सी मेजा के डाक्टर शास्वत सिंह ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। डिलीवरी के बाद अस्पताल में इनको भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग ईएमटी और ड्राइवर को सम्मानित करेगा।विकास खंड मेजा के भटौती गांव की रहने वाली 27 वर्षीय रेखा निषाद पत्नी गजराज निषाद को बीती रात ढाई बजे के करीब प्रसव पीड़ा होने पर परिवार वालों ने 108 एंबुलेंस बुलाई। आधे घंटे में एंबुलेंस रेखा को लेने घर पहुंच गई थी। अस्पताल आते वक्त लगभग साढ़े तीन बजे हनुमान गढ़ चौराहा के पास रेखा प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। ऐसे में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन और ड्राइवर को गाड़ी रोड के साइड में लगाकर आशा ललिता देवी और परिजनों के सहयोग से गर्भवती महिला की डिलीवरी करवानी पड़ी। ड्राइवर प्रवेश कुमार और ईएमटी विनोद कुमार की सूझबूझ से मां और बच्चे की जान बच सकी।इस संबंध में डाक्टर शाश्वत सिंह का कहना है कि कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आ जाती है, जब डिलीवरी करवानी पड़ जाती है।