मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
क्षेत्र में मंगलवार को गम का त्योहार मोहर्रम अकीदत के साथ मनाया गया। अकीदतमंदों द्वारा स्थापित किए गए ताजिए के साथ सीनाजनी कर इमाम हुसैन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।अकीदतमंदों द्वारा स्थापित तजिया शाम कर्बला के मैदान में दफन किया गया।बड़े चौक के बुजुर्ग निजाम ने बताया कि हजरत इमाम हुसैन को इसी माह में करबला (इराक) में कत्लेआम कर दिया गया था। उन्हीं के गम में यह त्योहार मनाया जाता है। मोहर्रम पर्व पर मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने सुबह मस्जिदों में नमाज अदा कर दोपहर बाद मेजा बाजार में ताजिया जुलूस निकाला।
निजाम मोहल्ले से जैसे ही बड़े चौक से ताजिया कर्बला के लिए चला तो रास्ते में पंचायती चौक,छोटा चौक,फिर छोटा चौक बरगद मोड़ पर पहुंचा तो पहाड़ी से सबसे छोटा चौक से ताजिया निजाम के अगुवाई में पहले से आए चार ताजिया के साथ मिलकर आगे बढ़ा और उस जुलूस में पांच बड़े ताजिए शामिल हुए। जुलूस के दौरान जगह-जगह मुस्लिम युवाओं ने ढोल, नगाड़ो की थाप पर जुलूस निकाला गया।
ताजिया जुलूस निजाम मोहल्ले से निकला और बाजार के बरगद पेड़ होते हुए तहसील मेजा गेट,थाना कोतवाली मेजा होते हुए कर्बला पर पहुंचा। जहां जियारत के बाद ताजियों को दफनाया गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने भी सुरक्षा की दृष्टि से ताजिया जूलूस वाले रास्तों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए थे।