बदहाली और दुर्दशा पर मजबूर हैं ग्रामीण, विकास कार्य से वंचित है गांव
Shrikant Yadav (Sub Editor)الخميس, أغسطس 25, 2022
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शंकरगढ़, प्रयागराज (मंगला प्रसाद तिवारी)। शंकरगढ़ विकास खण्ड के अन्तर्गत ओठगी तरहार ग्राम सभा के राजस्व गांव गिधार का एक मजरा ऐसा है जहां आज तक कोई किसी तरह का विकास कार्य ग्राम प्रधान द्वारा नहीं कराया गया जिससे लोगों को कीचड़ युक्त रास्ते से आने जाने की मजबूरी है गिधार गांव के इस मजरे में दस वर्ष पहले महिला ग्राम प्रधान विमला देवी/बृजमोहन यादव ने प्रधानमंत्री सड़क से नन्हूं तिवारी के घर तक पक्का संपर्क मार्ग तीन सौ मीटर बनाया गया था तबसे आज तक इस गांव में कोई किसी तरह का विकास कार्य नहीं हुआ सार्वजनिक जलनिकासी के लिए नाली निर्माण भी नहीं किया गया हमेशा गंदगी बनी रहती है। सरकार गांवों के विकास के लिए चाहे जितना धन आवंटित करे पर कुछ ग्राम प्रधान ऐसे हैं जिन्हें केवल सरकारी धन की बंदरबांट करने में महारथ हासिल कर लिए हैं। सरकार गांवों के विकास के लिए इतनी योजनाएं चलाई जा रही है पर भ्रष्टाचार के आगे सब नतमस्तक हो गई यहां के ग्रामीणों के लिए केवल सुनने को मिलती हैं बस यहां तो किसी को शौचालय तक नहीं दिया गया जबकि स्वच्छ भारत मिशन योजना (ग्रामीण) हर परिवार को इस से लाभान्वित कराया जा सकता था।
नमस्कार
1986 में "मेजा टाइम्स" के नाम से साप्ताहिक अखबार का प्रकाशन शुरू किया। जानकारी न होने के कारण अखबार का विकास नहीं हो पाया। लंबे अंतराल के पश्चात 2001से "यमुनापार की गाथा" साप्ताहिक का कुछ साथियों के साथ शुभारम्भ किया। 2003 में अन्य दैनिक अखबारों में बतौर उप संपादक के रूप में कार्य करता रहा। 2015 में "सूरज़ वार्ता" हिन्दी दैनिक का प्रकाशन शुरू किया। लोग जुड़ते गये और लोगों के सहयोग, निष्ठा और परिश्रम ने अखबार को अच्छे मुकाम पर पहुंचाया। इस सफलता के पीछे सहयोगियों के साथ ही क्षेत्र के लोगों के सहयोग, प्रेम और आशीर्वाद का हृदय से धन्यवाद... राजेश शुक्ला (समूह संपादक)
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