मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। मांडा सीएचसी में चार साल से एवीडी आर आई चालक के रुप में काम कर रहे युवक ने भुगतान न होने और नौकरी से निकाले जाने से क्षुब्ध होकर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली । परिजनों ने सीएचसी अधीक्षक व सीएमओ को घटना का जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ नामजद तहरीर देकर कार्यवाई की मांग की है । पोस्टमार्टम के बाद शव घर आने पर कोहराम छा उठा ।
सोमवार रात लगभग सात बजे मांडा थाना क्षेत्र के सिकरा गाँव निवासी कपिल देव यादव (24) ने अपने कमरे में पंखे से लटककर बेल्ट से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी । मंगलवार सायं पोस्टमार्टम के बाद शव घर आने पर कोहराम मच गया। आधे घंटे तक शव दरवाजे पर रखने के बाद परिजनों ने स्थानीय महेवा कला गंगा घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया। कपिल देव की माँ शैल कुमारी यादव ने घटना स्थल पर पहुंची पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया था कि उनका बेटा कपिल देव पिछले चार पांच साल से मांडा सीएचसी में एवीडी आर आई के रुप में वाहन चलाता था । एक माह पहले सीएचसी में आये नये अधीक्षक डाक्टर आनंद पाल यादव से जब उसने भुगतान करने को कहा, तो उन्होंने नौकरी से निकाल दिया और भुगतान नहीं कराया । कपिल देव ने सीएमओ प्रयागराज डाक्टर नानक सरन को भी प्रार्थना पत्र देकर कई बार मिलकर भी भुगतान के लिए कहा, लेकिन भुगतान नहीं हुआ । निमयविरुद्ध तरीके से नौकरी से निकाले जाने और लंबा भुगतान न होने से कपिल देव की आर्थिक दशा बेहद खराब हो गयी । शैल कुमारी ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाई की मांग की है । कपिल देव दो भाइयों में बड़ा और अविवाहित था, उसके पिता सुभाषचंद्र यादव परदेश में रहते हैं ।
मामले में सीएचसी मांडा के अधीक्षक डाक्टर एपी यादव ने बताया कि एवीडी की नियुक्ति और भुगतान टेंडर के माध्यम से ठेकेदार करता है । किसी वाहन चालक को निकालने, रखने व भुगतान का जिम्मा मेरा नहीं है ।
सीएमओ और सीएचसी अधीक्षक पर नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
इंस्पेक्टर मांडा अरुण कुमार ने जानकारी दी कि सीएमओ प्रयागराज व अधीक्षक सीएचसी मांडा के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करने के लिए अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है, लेकिन अग्रिम आदेश न मिलने से मुकदमा नहीं दर्ज हो पाया।
अभी भी तमाम लोगों का है अवशेष भुगतान
एवीडी के तहत कोरोना काल में दो साल तक अपनी बोलेरो सीएचसी में लगाने व चालकों के भुगतान के अभी तमाम लोगों की धनराशि बकाया है । कपिल देव यादव के साथ सभी ने अधिकारियों व ज्ञापन देकर कई बार भुगतान की मांग की लेकिन भुगतान नहीं हो पाया।