प्राइवेट साधनों से यात्रा करने पर लोग मजबूर
मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। मांडाखास से प्रयागराज, मिर्जापुर, विन्ध्याचल के लिए एक भी सरकारी बस सेवा न होने से लोग प्राइवेट डग्गामार बसों व अन्य साधनों से यात्रा करने पर मजबूर हैं। यदि सरकारी बसें न शुरू की गयीं, तो नवरात्र में लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी ।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय वीपी सिंह जब तक जीवित थे, तब तक मांडाखास से प्रयागराज, मिर्जापुर, कानपुर, विंध्याचल, कोरांव, बड़ोखर, मेजा, बरौंधा, हनुमना, ड्रमंडगंज आदि के लिए दर्जनों सरकारी बसें मांडा खास से चला करती थीं । इस समय केवल एक बस वाराणसी से मांडाखास के लिए संचालित है । मांडाखास से प्रयागराज और वाराणसी की दूरी लगभग एक समान है । इस क्षेत्र के विभिन्न गांवों से सैकड़ों लोग प्रतिदिन प्रयागराज, विंध्याचल व वाराणसी जाते हैं। बसों का संचालन बंद होने से छात्र, व्यवसायी, वादकारी , मरीज सहित हर वर्ग के लोगों को मजबूरी में प्राइवेट साधनों और डग्गामार बसों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिसमें सवारियों को भूसे की तरह भरकर मनमाने किराये वसूले जाते हैं। ज्यादातर प्राइवेट बसें परिवहन सहित विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्त व कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों के हैं, जिसके चलते एक साजिश के तहत सरकारी बसों की आय कम दिखाकर धीरे धीरे सभी सरकारी बसों का संचालन बंद करवा दिया गया और अब उनके स्थान पर प्राइवेट बसें धड़ल्ले से चल रही हैं और अच्छी आय भी दे रही हैं। बंद बसों का नवरात्र में पुनः संचालन के लिए तमाम लोगों ने क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम प्रयागराज को ज्ञापन दिया, लेकिन बंद बसों का संचालन शुरु नहीं हो पाया।