मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा तहसील के मेजा खास निवासी धीरज मोदनवाल जिनका बचपन से ही पेंटिंग में रूचि थी,उनकी बनाई हुई पेंटिंग को इटली की प्रदर्शनी में चयनित की गई। दो भाइयों में छोटे धीरज की शुरू से ही पेंटिंग में रुचि थी।धीरज जब कक्षा 2 में था तभी मां सुशीला मोदनवाल का साया सिर से उठ जाने के बाद मिर्जापुर में पिता गोपाल मोदनवाल ने आर्य कन्या इंटर कालेज में बतौर चपरासी के पद पर रहते दोनों बच्चों का पालन पोषण के साथ पढ़ाई में आगे बढ़ाया।धीरज का जीवन पूरा संघर्ष से गुजरा।वह शुरू की कक्षा 8 तक की पढ़ाई मेजा खास के लक्ष्मी नारायण इंटर कालेज से की और फिर 10वीं और 12 वीं की पढ़ाई आर्य इंटर कालेज मिर्जापुर से की।इसके बाद इलाहाबाद विश्विद्यालय से बेचलर आफ फाइन आर्ट और काशी विद्यापीठ वाराणसी से मास्टर ऑफ फाइन आर्ट की पढ़ाई पूरी की।धीरज अपने सपनों की उड़ान को संजोए हुए लगातार पेंटिंग करते चले आ रहे हैं।
इटली के मिलानो में आयोजित पेंटिंग प्रदर्शनी में आर्टिस्ट धीरज मोदनवाल ने अपनी दो पेंटिंगों को जरिए डाक भेजा था।
प्रदर्शनी में उनकी दोनों पेंटिंगे चयनित कर ली गईं और उनकी पेंटिंग को खूब सराहा गया। बता दें कि
यूरोप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्ट गैलरी में पेंटिंग प्रदर्शनी आयोजित की गई थी, जिसमें भारत के कई प्रदेशों के कलाकारों ने अपनी पेंटिंग भेजी थी, जिसमें
मेजा खास के आर्टिस्ट धीरज मोदनवाल की पेंटिंग का चयन कर लिया गया।
धीरज मोदनवाल ने पेंटिंग में एक गरीब महिला को अपने परिवार के पालन पोषण करने के लिए पत्थर तोड़ते हुए दिखाया है, वहीं दूसरी पेंटिंग में एक मजदूर गरीब किसान अपनी आर्थिक स्थिति से परेशान होकर अपनी कल्पनाओं को मारकर शहर जाने की कल्पना कर रहा होता है, जिसको धीरज ने बखूबी पेंटिंग के जरिए उकेरा है।
मिलानो इटालिया यूरोप में आयोजित पेंटिंग प्रदर्शनी के आयोजक सिटी आर्ट गैलरी के प्रबंधक संतनु राय ने आर्टिस्ट धीरज की पेंटिंग की जमकर सराहना कर बधाई दिया है ।पेंटिंग चयन को लेकर धीरज के परिजनों सहित गांव के लोगों में खुशी है। इस विषय पर आर्टिस्ट धीरज से वार्ता किया गया तो उन्होंने कहा कि जाब की तलाश के साथ फिलहाल उनकी पेंटिग जारी रहेगी और क्षेत्र के कला प्रेमी छात्रों को पूरा सहयोग देने और उन्हें कला की दुनिया में भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने की बात कही।