प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के घूरपुर इलाके के मनकावर देवरिया गांव में घर की पोताई के लिए मिट्टी खोद रही तीन महिलाएं टीला ढहने से दब गईं। चीख-पुकार मची तो ग्रामीण जुटे और मिट्टी हटाकर महिलाओं को निकाला। उनमें दो महिलाओं की मौत हो गई थी। एक नाबालिग लड़की को अस्पताल ले जाया गया। पता चला तो पुलिस-प्रशासनिक टीम गांव पहुंच गई। दीवाली से पहले इस अनहोनी से गांव में मातम पसर हो गया। मंगलवार को दोपहर लगभग दो बजे घूरपुर के देवरिया गांव के मजरा पीपरहवा का पूरा निवासी पूर्व प्रधान वीपी पटेल की मां 60 वर्षीय राम संवारी और 32 वर्षीय शशिकली देवी पत्नी सुरेंद्र समेत नेहा 16 पुत्री विजय बहादुर दीवाली से पहले अपने कच्चे घर की पोताई के लिए गांव के बाहर स्थित टीले से मिट्टी खोदने गई थीं।

वे टीले के नीचे जाकर मिट्टी की खोदाई करने लगीं। इसी दौरान मिट्टी का टीला ढह गया। तीनों मिट्टी के नीचे दब गईं। कुछ दूर पर मौजूद किसानों का पता चला तो चीख-पुकार की। गांव के लोग जुट गए। मिट्टी हटाकर तीनों को निकालकर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने राम सवारी और शशि कली देवी को मृत घोषित कर दिया। घायल नेहा को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। घूरपुर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार ने बताया कि मृत महिलाओं के शवों को सील किया गया है। घायल किशोरी का इलाज चल रहा है जो खतरे से बाहर है। दीपावली के पहले इस घटना ने दो परिवारों को गहरा गम दिया है तो गांव के लोग भी दुखी हैं।