संतों ने की रामकथा रस वर्षा
यातायात जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
करछना, प्रयागराज (जीपी सिंह)। क्षेत्र के रामपुर स्थित श्री बृजमंगल सिंह इंटर कॉलेज परिसर में आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित जमुनापार महोत्सव के छठें दिन मंच पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान क्या?आजादी अहिंसा और सत्याग्रह से ही प्राप्त हुई? नामक विषय पर विचार व्यक्त करने आये जमुनापार के कई विद्यालयों के छात्र-छात्राएं प्रतिभागी रहे। पक्षऔर विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए बच्चों का हुनर मंच पर मुखरित हुआ, बृज मंगल सिंह इंटर कॉलेज रामपुर के छात्र अखिलेश सिंह ने विषय का समर्थन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया।पक्ष में विचार व्यक्त करते हुए मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज करछना की शीतल द्विवेदी दूसरे स्थान पर रहीं जबकि उसी विद्यालय के यश साहू को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। विषय के विपक्ष में विचार व्यक्त करते हुए मदन मोहन मालवीय की सना सिद्दीकी को पहला स्थान मिला। ईश्वर दिन छेदीलाल इंटर कॉलेज के प्रियांशु शुक्ला दूसरे और बृज मंगल सिंह इंटर कॉलेज की डाली मिश्रा तीसरे स्थान पर रहीं। मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य और स्काउट कमिश्नर मदन मोहन शंखधर ने विजेता प्रतिभागियों को मंच पर सम्मानित करते हुए महोत्सव की सराहना की। निर्णायक के रूप में प्रधानाचार्य ओपी मिश्रा, प्रधानाचार्य संजीव तिवारीऔर वरिष्ठ कवि राजेंद्र शुक्ला शामिल रहे। दूसरे सत्र में मंच पर पहुंचे राष्ट्रीय संतो ने श्रोताओं को राम कथा का रसपान कराते हुए खूब तालियां बटोरी। स्वामी विनोदानंन्द सरस्वती जी महाराज ने राम नाम को भव से मुक्ति का आधार बताया तो वहीं आचार्य गोपाल जी महाराज ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए दिव्य झांकियां प्रस्तुत की। मंच पर यातायात जागरूकता कार्यक्रम को लेकर यातायात विभाग प्रयागराज की ओर से इंस्पेक्टर पवन पांडेय ने मौजूद लोगों को विशेष जानकारियों से जोड़ा। विद्यालय के प्रधानाचार्य मनीष तिवारी ने सभी अतिथियों,प्रतिभागी बच्चों और कथा रसपान करने आए श्रोता भक्त जनों के प्रति स्वागत आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि अशोक बेशरम ने किया। इस मौके पर मोहन जी पांडेय,विमल शुक्ला, डॉ योगेश कुमार सिंह,केपी तिवारी, विनोद प्रजापति, योगेंद्र शुक्ला, मुन्नू दुबे,कमला शंकर त्रिपाठी, विश्वेश्वर ओझा, राजमणि चौधरी, कृष्ण बली सिंह,राज नारायण जौहरी समेत बड़ी संख्या में विद्यालय के छात्र और श्रोता गण मौजूद रहे।