प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के यमुनानगर इलाके में शनिवार की शाम एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी परिजनों को मिली तो उनके होश उड़ गए। घरवाले रोते बिलखते हुए घटनास्थल पर पहुंच गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में ले लिया। लड़की नाबालिग बताई जा रही है।
यमुनानगर के करछना कोतवाली अंतर्गत गांव निवासी रूपचंद्र पटेल 23 पुत्र राजेंद्र पटेल दो भाइयों में बड़ा था। वह पास के ही एक भट्ठे पर मजदूरी करता था। उसके पड़ोस में उसी की बिरादरी का एक परिवार रहता है। करीब 6 महीने से पड़ोसी परिवार की नाबालिग किशोरी से रूपचंद्र का अफेयर शुरू हो गया था।
दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी उनके घरवालों को हो गई थी। दोनों को मना भी किया जा रहा था, लेकिन वह मान नहीं रहे थे। घरवालों के अनुसार शनिवार को सुबह रूपचंद्र प्रेमिका के घर गया था। वहां पर किशोरी के बड़े भाई ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया था। जिसको लेकर दोनों पक्षों में जमकर विवाद भी हुआ था। एक दूसरे को देख लेने की धमकियां तक दी गई थीं। जिससे दोनों बहुत परेशान थे।
स्कूल से लौटने के बाद किशोरी ने उठाया कदम
उसके बाद आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली किशोरी 8:30 बजे रेलवे लाइन के पास अपने स्कूल चली गई और रूपचंद गांव में ही घूमता रहा। दोपहर 3:30 बजे जब किशोरी की छुट्टी हुई तो वह स्कूल से निकलकर रूपचंद्र से मिली। दोनों घर से 500 गज की दूरी पर खेत में जाकर बड़ी देर तक बैठे हुए देखे गए थे। इस दौरान किसी ने उनकी तरफ ध्यान भी नहीं दिया। शाम को 6:00 बजे के आसपास लोगों ने देखा कि रूपचंद ने गुजर रही मालगाड़ी के सामने छलांग लगा दी।
जब तक गांव के लोग दौड़कर पहुंचे तो मालगाड़ी उसके ऊपर से गुजर चुकी थी और रूपचंद की मौत हो चुकी थी। वहीं पर किशोरी का शव, सिर धड़ से अलग दो टुकड़ों में पड़ा हुआ था। पुलिस के अनुसार किशोरी ने रेलवे लाइन पर लेटकर आत्महत्या की है। जबकि रूपचंद ने ट्रेन के आगे छलांग लगाई है। पुलिस उपायुक्त यमुना नगर सौरभ दीक्षित ने बताया कि दोनों के शव का पंचनामा कर के पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है।
लड़की के पिता की 6 महीने पहले ट्रेन से कटकर हुई थी मौत
प्रेमी संग ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने वाली किशोरी के पिता की भी 6 महीने पहले ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। वह उस वक्त हादसे का शिकार हुए थे, जबकि मृतका मां की 4 साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी थी। गांव वालों के अनुसार घर में एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन भी है। वह रेलवे लाइन पार एक प्राइवेट स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती थी। उसका भाई ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करके दोनों बहनों का भरण पोषण करता है।