मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी/राजेश गौड़)
क्षेत्र के निबैया गांव में संगीतमय भागवत कथा का आयोजन हुआ है। विगत दिवस कलश यात्रा
निकालकर कथा का भव्य शुभारंभ किया गया।आज कलश स्थापना और व्यासपीठ के पूजन के बाद कथा का शुभारंभ हुआ।पहले दिन कथावाचक शम्भु शरण जी महाराज ने कथा को विस्तार देते हुए भागवत महात्मय और सत्संग की महिमा सुनाते हुए बताया कि यदि ईश्वर की प्राप्ति कलयुग में करना है तो सिर्फ सत्संग ही एक मात्र रास्ता है, जो मनुष्य को तार सकता है।
भागवत कथा के पहले दिन शंभु शरण जी महाराज ने नारद संवाद और आत्मदेव ब्राह्मण की कथा सुनाई।उन्होंने बताया कि कलयुग में एकमात्र सत्संग ही ईश्वर प्राप्ति का सीधा मार्ग है। सत्संग से मन को प्रसन्नता मिलती है और तनाव दूर होता है।सत्संग तभी सार्थक है, जब ईश्वर के नाम की कथा के साथ उनके बताए आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया जाए। कथावाचक ने भक्ति, ज्ञान, वैराग्य की कथा में कहा कि कलयुग में कल्याण केवल श्रीमद भागवत कथा के माध्यम से हो सकता है।आज मानव काम, लोभ में फंस गया है। प्रभु को स्मरण करने से ही जीवन सुखमय हो सकता है। इस दौरान भजनों की प्रस्तुति पर श्रद्धालु भावविभोर होकर नृत्य करते रहे। कथा पंडित सपत्नीक लालजी शुक्ल और सपत्नीक श्यामजी शुक्ल रसपान कर रहे हैं।पहले दिन की कथा समापन के पश्चात आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।आयोजक संदीप ओ पी शुक्ला और विकास शुक्ला ने बताया कि इस कथा में प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। यह कथा आगामी 14जनवरी तक चलेगी।15 को पूर्णाहुति और16 जनवरी को विशाल भंडारा होगा।