Ads Area

Aaradhya beauty parlour Publish Your Ad Here Shambhavi Mobile

अब यमुना नदी की धारा में करोड़ों की लागत से बनेगा फ्लोटिंग रेस्टोरेंट

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहरी जल्द ही यमुना नदी की धारा में रेस्टोरेंट एवं पार्टी का आनंद उठा सकेंगे। त्रिवेणी दर्शन के सामने फ्लोटिंग रेस्टोरेंट बनने जा रहा है। कोई बाधा नहीं आई तो चार से पांच महीने में यह रेस्टोरेंट शुरू भी हो जाएगा। मंडलायुक्त की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में इसका प्रस्तुतीकरण हुआ।
स्मार्ट सिटी के तहत बनने वाले इस रेस्टोरेंट पर कुल 5.06 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें 40 से 50 लोगों के बैठने की सुविधा होगी। इसमें सामान्य रेस्टोरेंट की तरफ अलग-अलग जायके का तो लुत्फ तो उठाया ही जा सकेगा, छोटी पार्टी भी की जा सकेगी। यानी सेमिनार, सगाई, जन्मदिन समारोह आदि आयोजन किए जा सकेंगे। इसके लिए इसमें दो हॉल भी होंगे।
यह रेस्टोरेंट नौ महीने खुला रहेगा। बारिश के दिनों में तीन महीने के लिए किला घाट पर सुरक्षित खड़ा कर दिया जाएगा। सलाहकार कमांडर राजेंद्र निगम ने बताया कि इसमें अच्छे रेस्टोरेंट की सभी सुविधाएं होंगी। मेन्यू के अलग-अलग पैकेज होंगे। इनकी कीमत ऐसी होगी कि सामान्य लोग भी इसमें आ सकें। मंडलायुक्त ने बताया कि इसके लिए एनजीटी की अनुमति समेत अन्य प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। मानसून से पहले इसका निर्माण करा लिया जाएगा।
सुरक्षा के होंगे इंतजाम
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम के दावे किए जा रहे हैं। रेस्टोरेंट के अलावा बोट शेड होगा। फ्लोटिंग रेस्टोरेंट को वाटर फ्रंट से जोड़ने के लिए एक स्लिपवे, नदियों में पार्टी एवं अधिक लोगों को एक साथ बोटिंग के दृष्टिगत दो कैटामारन होंगे। दुर्घटना से लोगों को बचाने के लिए दो स्पीड बोट, पर्याप्त मात्रा में लाइफ जैकेट तथा लाइफ गार्ड्स के भी इंतजाम होंगे।
यमुना नदी में वाटर स्पोर्ट्स के विकास भी योजना बनाई गई है। इसके लिए वहां बोटिंग की सुविधा भी होगी।
महाकुंभ-2025 से पहले लाइट मेट्रो के एक रूट का निर्माण कार्य पूरा हो पाएगा या नहीं इस पर 15 दिनों के भीतर निर्णय होने की उम्मीद है। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बुधवार को बैठक कर प्रगति की जानकारी ली। साथ ही राइट्स समेत अन्य संस्थाओं से 15 दिनोें में रिपोर्ट मांगी है।
प्रयागराज में लाइट मेट्रो के निर्माण का निर्णय गया है। महाकुंभ-2025 से पहले संगम से अंदावा के बीच एक लाइन पर मेट्रो चलाने का भी निर्णय लिया गया था, लेकिन समय की कमी को देखते हुए इसे लेकर संशय बन गया है।
इसके लिए सर्वे एवं डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी रेलवे की संस्था राइट्स तथा यूएमटीएस को दी गई है। मंडलायुक्त ने राइट्स की रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि महाकुंभ आयोजन से पहले लाइट मेट्रो के एक रूट पर संचालन हो पाएगा या नहीं।
प्रदेश सरकार की ओर से बुधवार को प्रस्तुत बजट में आगरा एवं कानपुर मेट्रो के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। वाराणसी, गोरखपुर आदि शहरों में लाइट मेट्रो के लिए भी बजट का प्रावधान किया गया है लेकिन प्रयागराज का नाम नहीं लिया गया। हालांकि शहरों के नाम के आगे आदि शब्द का उपयोग किया गया है। ऐसे में महाकुंभ से लाइट मेट्रो के एक रूट के निर्माण की उम्मीदों को झटका लगा है।

إرسال تعليق

0 تعليقات

Top Post Ad