रिटायर्ड सीएमओ डॉ नानक सरन की होगी जांच
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के रिटायर्ड सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) डॉ. नानक सरन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और धनउगाही का मामला शासन स्तर तक पहुंच गया है। पूर्व विधायक आनंद कुमार की ओर से मामले की शिकायत शासन में की गई थी, जिसे देखते हुए शासन ने पूरे मामले की जांच के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं। शासन से पत्र आते ही स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। बता दें कि करीब डेढ़ माह पहले ही डॉ. सरन सीएमओ पद से रिटायर हुए हैं और अब प्रयागराज में नए सीएमओ डॉ. आशु पांडेय हैं।
शासन की ओर से प्रयागराज मंंडल के एडी हेल्थ को पत्र देकर निर्देशित किया गया है कि डॉ. नानक सरन पर लगे आरोपों की जांच करें। इसकी पूरी रिपोर्ट 15 दिन के अंदर शासन को उपलब्ध कराएं। करछना के पूर्व विधायक आनंद कुमार उर्फ कलेक्टर पांडेय, मेजा के रहने वाले आरके पांडये और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता विजय कुमार शर्मा द्वारा शासन में शिकायत की गई है।
अधीक्षकों के स्थानांतरण में हुई थी धनउगाही: पूर्व विधायक
एक हिन्दी दैनिक से बातचीत के दौरान पूर्व विधायक आनंद कुमार का आरोप है कि जब प्रयागराज में डेंगू का प्रकोप चरम पर था तो पूर्व सीएमओ डॉ. नानक सरन सीएचसी अधीक्षकों और निजी अस्पतालों से वसूली में लगे थे। रामनगर, मांडा, कोरांव, करछना समेत अन्य सीएचसी के अधीक्षकों को एक से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करके उनसे मोटी रकम ले रहे थे। इसी तरह अन्य कई भ्रष्टाचार की शिकायतें हुई हैं। पूर्व सीएमओ डॉ. नानक सरन से मोबाइल पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया है लेकिन उनकी तरफ से कॉल नहीं रिसीव किया गया।