श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का हुआ शुभारंभ
नाचते-गाते पूरी भव्यता से निकला कलश यात्रा
नैनी, प्रयागराज (राजेश शुक्ला)। नैनी के नेवादा समोगर में सात फरवरी को कलश यात्रा के बाद श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ की शुरुआत की गई। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का पूरी धार्मिक परंपरा के साथ शुभारंभ किया गया। सात फरवरी को सुबह नौ बजे कलश यात्रा निकाली गई। कथा के प्रथम दिन ओमप्रकाश पाण्डेय व्यास जी महाराज नई काशी (वाराणसी) ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा से ही जीव का कल्याण है। जहां भागवत कथा का गुणगान होता है वहां प्रभु खुद दर्शन देते हैं। श्रीमद् भागवत कथा हमें भगवान श्री कृष्ण ने विश्व कल्याण के लिए जो संदेश दिया है उसकी आज समाज को जरूरत है। हमें हमेशा प्रभु सिमरन के साथ जोड़कर जीवन व्यतीत करना चाहिए।
आठ फरवरी को परीक्षित का जन्मदिन, द्रौपदी, भीष्म पितामह चरित्र, शुकदेव आगमन व वराह अवतार की कथा सुनाई गई। कुलगुरु पंडित राघवेन्द्र प्रसाद दुबे ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता से हम समाज में फैली हुई कुरीतियों से हमेशा दूर रह सकते हैं। युवा पीढ़ी को श्रीमद्भागवत कथा के साथ जोड़ना चाहिए तभी मजबूत समाज की स्थापना होगी। कलशयात्रा में मुख्य श्रोता पंडित त्रिलोकी नाथ पाण्डेय व श्रीमती प्रेमा देवी, साधु महात्मा सहित परिवार के लोग शामिल थे। 14 फरवरी को श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का समापन होगा और 15 फरवरी को महाप्रसाद एवं भंडारा का आयोजन किया गया है।