प्रयागराज के हनुमान गंज पुलिस चौकी के कर्मियों का आडियो वायरल
प्रयागराज राजेश सिंह)। जिस खाकी पर समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, उसी का वसूली का आडियो या विडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल होता है, तो विभाग के ईमानदार पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शर्मिंदा हो जाते हैं। ऐसा ही एक आडियो सामने आया है। जिसमे अवैध वसूली को लेकर सिपाही ठेकेदार से बात करता है और उसी आडियो मे बाद में चौकी प्रभारी भी बात करते हैं।
प्रयागराज के गंगानगर में चर्चा का विषय बना पुलिस और ठेकेदार का एक आडियो वायरल हुआ है। जिसमे वसूली को लेकर ठेकेदार, सिपाही और दरोगा की बातचीत ने पुलिस विभाग मे हड़कंप मचा दिया है। उक्त वायरल आडियो सराय इनायत थाने के हनुमानगंज पुलिस चौकी का बताया जा रहा है। उसमे बार-बार हनुमानगंज चौकी प्रभारी का जिक्र किया गया है। बाद में चौकी प्रभारी भी ठेकेदार से बात करते हैं। फिलहाल उक्त वायरल आडियो चर्चा का विषय बना हुआ है।
वायरल आडियो मे हुई बातचीत
सिपाही ने कहा- हेलो, फोन क्यों नहीं उठा रहे हो। ठेकेदार ने कहा- हमको सुनाई नहीं दिया भैया। सिपाही- तुमसे चौकी इंचार्ज हनुमानगंज क्यों नाराज हैं। ठेकेदार- भैया हमसे,, हमने कुछ बिगाड़ा भी तो नहीं है, हम तो कभी किसी को दुखी किए ही नहीं। हम मान ही नहीं सकते कि वह हमसे नाराज हैं। सिपाही- कहे थे कि कोई कंबल कहे थे। ठेकेदार- उनसे फोन करके पूछिए मैं उनको बहुत मानता हूं। उन्होंने कहा कि ऐसी लगवा दो। हम कुछ काम कर नहीं रहे हैं, इस समय काम भी नहीं चल रहा है। काम करते हैं तो उसका देते हैं। फिर हमने कहा कि एक गाड़ी है जो पकड़े हैं पैसा लेकर के छोड़ दीजिए। काम नही हुआ। जो सब दे रहे हैं, वही हम भी दे रहे हैं। हमको क्या पता भैया,, पुलिस विभाग से बहुत तकलीफ है, अगर आप लोग सिस्टम में रहे तो रुपया कमवा दें रुपया। सिपाही - चौकी प्रभारी साहब बैठे हैं। ठेकेदार- सामने ही। चौकी प्रभारी - बहुत पढ़ लिए हो हमको। तुमने क्या किया। ठेकेदार - भैया आप उस दिन जो बोल दिए कभी कोई नही बोला था। हम हमेशा भैया-भैया कहकर बोलते हैं। अगर आपसे नही कहेंगे तो किससे कहेंगे। चौकी प्रभारी- ओ गाड़ी कैसे आ गई। ठेकेदार- सब चार पैसे के लिए चला रहे हैं। मान लो कोई चोरी से चला लिया। चौकी प्रभारी - अभिजीत से पूछो गाड़ी छूटी थी कि नही। ठेकेदार - हमारी बात तो कट गई। चौकी प्रभारी - सात महीने में कभी दिक्कत हुई तुमको। ठेकेदार - जो आपने उस दिन हमे बोला था यह उम्मीद नहीं थी हमें कि आप इस तरह बोलेंगे। चौकी प्रभारी - चोरी से चला रहे हो। ठेकेदार - मै चोरी से नही चला रहा हूं। चौकी प्रभारी - ओ चलाता तो है लेकिन तुम्हारा नाम तो नहीं बताता तुम्हारा नाम बताना चाहिए ना। ठेकेदार - हमारी होती तो हम आपको बता देते। चौकी प्रभारी - भगवान कसम तुम्हारी नही होती और किसी दूसरे की होती तो भगवान कसम सीज कर देता। ठेकेदार - आप इतने दिन से आए हैं थाने पर हमारी तरफ से कोई कमी हो तो बताईए। चौकी प्रभारी - जब तक रहूंगा तुम पर आंच नहीं आने पाएगी। पहले मेरे ऊपर आंच आएगी तब तुम्हारे ऊपर। ठेकेदार - आप उस दिन ऐसा बोल दिए, दुसरे की नज़र में हमारी क्या अहमियत रह गई। चौकी प्रभारी - जितना मै अभिजीत को मानता हूं, उतना ही तुम्हें भी मानता हूं। ठेकेदार - पता लगा लीजिए किसकी कितनी गाड़ी चलती है।