लखनऊ (राजेश सिंह)। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी आरके विश्वकर्मा ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाहक डीजीपी का चार्ज लिया। चार्ज लेने के बाद डीजीपी आरके विश्वकर्मा ने कहा कि एक कंप्यूटर डेटाबेस क्लाउड पर बनाएंगे। इसमे सभी माफियाओं और अपराधियों का पूरा प्रोफाइल होगा। उन सभी के खोपड़ी में कितने बाल हैं, इनके रिश्तेदार कौन हैं, बैंक अकाउंट, फाइनेंसर, इनको शरण देने वाले और इनकी संपत्ति सभी जानकारी होगी। जहां तक माफिया और अपराधियों का सवाल है जैसी सरकार की प्राथमिकता है जो भी अपराधी बचे हैं उनको जेल भेजा जाएगा। कानून की ताकत का प्रयोग कर उनको दुरुस्त किया जाएगा।
डीजीपी आरके विश्वकर्मा ने कहा कि, जैसे अब तक अपराधियों, माफियाओं को औकात में रखा गया है हम भी उनको औकात में और दुरुस्त करके रखेंगे। यूपी पुलिस के पास दुनिया की सबसे एडवांस्ड पोलिसिंग 112 है। हम लोगों ने वर्ल्ड क्लास फॉरेंसिक लैब तैयार किया है। हमारे पुलिस विभाग में पिछले सालों में कई बदलाव हुए हैं। आज हमारे पास महिला पुलिस बल बढ़ा है। आज हमारे पास 36 हजार महिला सिपाही हैं।
डीजीपी राजकुमार विश्वकर्मा ने कहा कि, हम गरीब और परेशान लोगों की हर प्रकार से मदद करेंगे। गरीब बच्चे, महिला, बुजुर्ग सबके लिए पुलिस स्टेशन के दरवाजे खुले हैं। साइबर अपराध की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ने के बाद लोगों के खाते से पैसा निकल जाता है। इसे रोकने के लिए काम करेंगे। इसमे राजस्थान के गैंग सक्रिय हैं। बता दें कि नए डीजीपी राजकुमार विश्वकर्मा यानी आरके विश्वकर्मा वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्डके अध्यक्ष और ईओडब्ल्यू की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इस अतिरिक्त प्रभार के लिए उनको अलग से कोई वेतन या भत्ता नहीं दिया जाएगा।