लखनऊ (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एटीएम काटकर लाखों की चोरी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपी की पहचान हरियाणा के रहने वाले मुश्ताक उर्फ बाबू के रूप में हुई है। इसके पास से एटीएम चोरी के हिस्से की बड़ी संख्या में नगदी की बरामदगी भी हुई है। वहीं पुलिस का दावा है कि मुश्ताक एटीएम काटने में बेहद माहिर है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड एटीएम बाबा जोकि बिहार पुलिस का बर्खास्त सिपाही बताया जा रहा है उसकी पत्नी रेखा अभी भी फरार है। बता दें, गोसाईंगंज के खुर्दही बाजार में तीन अप्रैल की रात को बिहार के 'एटीएम बाबा' गैंग के बदमाशों ने एसबीआई का एटीएम काटकर उसमें से 39.56 लाख रुपये चुरा लिए थे। इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
वहीं डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने बताया कि इस मामले में शामिल अब तक कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं चोरी किए गए 12 लाख 33 हजार रुपए नगद बरामद किए गए हैं इसके साथ ही घटना में प्रयुक्त एक नीली बलेनो कार और एक पल्सर गाड़ी की भी बरामदगी अभी तक हुई है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई थी उसी क्रम में सोमवार को एटीएम काटकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले इस गिरोह के एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी की पहचान 38 वर्षीय मुश्ताक उर्फ बाबू के रूप में हुई है। मुश्ताक को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर निलमथा अंडरपास से गिरफ्तार किया है। मुश्ताक हरियाणा के नूह जिले के बिछोर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। मुश्ताक के पास से एटीएम से चोरी किए गए 2 लाख 30 हजार रुपए नकदी भी बरामद की गई है। वहीं पुलिस की ओर से दावा किया जा रहा है कि मुश्ताक एटीएम काटने के काम में बहुत माहिर है। इससे पहले पुलिस ने 16 मई को बिहार से इस गिरोह के सरगना सुधीर मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा को धरदबोचा था। वहीं उससे पहले नीरज, राज, पंकज कुमार पांडेय उर्फ लीटर, कुमार भास्कर ओझा और विजय पांडेय गिरफ्तार किए गए थे। इसमें एटीएम बाबा की पत्नी रेखा भी शामिल थी जो अभी भी फरार चल रही है।
वहीं पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी मुश्ताक ने पूछताछ में बताया कि सुधीर मिश्रा उर्फ बुलबुल उर्फ एटीएम बाबा ने एटीएम काटने ने लिए उसे व उसके साथियों को बिहार बुलाया था। वहां से नीरज मिश्रा, भीम सिंह, राज तिवारी और पंकज उर्फ लीटर के साथ उसे लखनऊ देवेश पांडेय व विजय पांडेय के पास भेज दिया था। फिर इन सभी लोगों ने मिलकर अप्रैल में सुल्तानपुर रोड पर स्थित एसबीआई के एक एटीएम को काटकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
आरोपियों के द्वारा अंतरराज्यीय गिरोह बनाकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहा है। एटीएम काटने में मुश्ताक व उसके साथियों को महारत हासिल है। इन आरोपियों के द्वारा घटना को अंजाम देने से पहले हाइवे पर स्थित ऐसे एटीएम को चिन्हित किया जाता है जिनपर गार्ड नहीं होते हैं। इस तरह के एटीएम की रेकी करने के बाद इनके द्वारा एक प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दिया जाता है। पहले यह लोग एटीएम में लगे कैमरों पर स्प्रे मारते हैं और फिर अलार्म कनेक्शन को भी काट देते हैं। इसके बाद गैस कटर व अन्य हथियारों की मदद से एटीएम मशीन को काट उसमें पड़े रुपयों को लेकर फरार हो जाते हैं। वहीं इन आरोपियों के द्वारा पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है।