प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज शहर के कंपनी बाग में एक दिन पहले बेरहमी से मौत के घाट उतारी गई इरम सिद्दीकी (32) के सिर व चेहरे पर ताबड़तोड़ छह वार किए गए थे। उसके सिर व चेहरे पर नुकीली चीज से वार के निशान मिले हैं। यही नहीं उसके दाहिने कान पर भी चोट के निशान हैं। जिससे यह उसका कान नोचे जाने की भी आशंका जताई जा रही है।
उधर दिनदहाड़े शहर के बीचोबीच हुई इस सनसनीखेज वारदात में 40 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली रहे। कातिल तो दूर, पुलिस कत्ल की वजह भी नहीं खोज पाई। मालवीय नगर की रहने वाली इरम पत्नी शहान असद की 13 मई को कंपनी बाग में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। उसके शव का पोस्टमार्टम रविवार को हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पता चला कि नुकीली चीज से वारकर उसे मौत के घाट उतारा गया था। उसके सिर व चेहरे पर जख्म के छह निशान मिले। एक खास बात यह कि उसके दाहिने कान पर भी चोट के निशान मिले। ऐसा लग रहा था कि उसका कान नोंचने की कोशिश हुई हो। ऐसे में अब यह सवाल भी उठ रहा है कि कहीं लूटपाट करने की नीयत से तो उसकी हत्या नहीं की गई।
हालांकि पुलिन इस बात से इन्कार कर रही है। उसका कहना है कि घरवालों ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। उधर 40 घंटे से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी पुलिस हत्या की वजह तक नहीं खोज पाई है। न ही उसे कातिल का कोई सुराग मिल पाया है। कर्नलगंज इंस्पेक्टर राममोहन राय का कहना है कि जांच की जा रही है। उधर अंतिम संस्कार के बाद परिजनों ने दरियाबाद कब्रिस्तान में शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, इरम ने हत्या से ठीक पहले अपनी एक सहेली से फोन पर बात की थी। करीब 10 बजे तक उसका फोन चालू था यानी हत्या इसके बाद हुई। सहेली फूलपुर की रहने वाली है और उसके साथ ही एमए की पढ़ाई कर रही है। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए भी बुलाया था।
सूत्रों का यह भी कहना है कि कंपनी बाग के आसपास लगे कैमरों का फुटेज देखने से पता चला है कि इरम अकेले ही भीतर गई थी। दरअसल मुख्य द्वार के पास ही एक सर्विलांस कैमरा लगा है। यह पीटीजेड कैमरा है जो नियमित अंतराल पर घूमता है।
उधर घटना की गंभीरता को देखते हुए दूसरे दिन आला अफसर भी मौके पर पहुंचे। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा व अन्य अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मातहतों को दिशा-निर्देश दिए। उधर पुलिस ने जांच पड़ताल के क्रम में उस मजार की देखरेख करने वाले व्यक्ति को भी हिरासत में ले लिया है, जिससे कुछ दूरी पर यह वारदात हुई।
कंपनी बाग में महिला की बेरहमी से हत्या की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल यहां की सुरक्षा को लेकर है। कंपनी बाग में रोजाना बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे पहुंचते हैं। कई बड़े अफसर व हाईप्रोफाइल लोगों का भी यहां सुबह शाम जमावड़ा होता है। ऐसे में इतने संवेदनशील स्थान पर हत्या जैसी वारदात पुलिस के सुरक्षा संबंधी दावों पर सवाल खड़े करती है।
महिला की जिस तरह से हत्या की गई, उससे कई आशंकाएं जाहिर हो रही हैं। सबसे बड़ी आशंका यह है कि लूटपाट की नीयत से उसकी हत्या की गई। दरअसल सिर, चेहरे में चोट के साथ ही उसका कान में भी नोंचे जाने जैसे निशान हैं। जानकारों का कहना है कि ऐसे में बहुत संभावना है कि लूटपाट के विरोध पर उसकी हत्या कर दी गई हो। सूत्रों का यह भी कहना है कि कंपनी बाग में जिस जगह यह वारदात हुई, वहां कई बार नशेड़ी किस्म के युवक देखे जा चुके हैं। ऐसे में हो सकता है कि हत्या लूटपाट के लिए ही की गई हो।
इसके अलावा छेड़छाड़ का विरोध भी इसकी एक वजह हो सकती है। संभव है कि सुनसान जगह पर महिला को अकेला देख छेड़छाड़ की गई हो और विरोध पर उसकी हत्या कर दी गई हो। ऐसे में अगर लूटपाट या छेड़छाड़ के विरोध पर हत्या की गई, तो यह सीधे तौर पर सुरक्षा के दावाें पर सवाल है। यह हाल तब हैं जब कंपनी बाग में ही पुलिस चौकी भी है।
मृतका का चार साल का बेटा कंपनी बाग के ठीक सामने स्थित सेंट जोसेफ कॉलेज में यूकेजी में पढ़ता है। शनिवार को वह उसे स्कूल छोड़कर कंपनी बाग में पहुंची थी। दरअसल कुछ देर बाद ही बेटे की छुट्टी होने वाली थी, ऐसे में वह वहीं रुक गई थी। जानकारों का कहना है कि बड़ी संख्या में महिला अभिभावक बच्चों को छोड़ने या लेने के लिए इस स्कूल में आती हैं। कई बार छुट्टी में थोड़ा समय होने पर अक्सर महिलाएं कंपनी बाग में जाकर बैठ जाती हैं। ऐसे में इस तरह की वारदात से उनकी भी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।