वन महोत्सव अभियान के तहत किया गया वृक्षारोपण
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
वन जीवन है। इसांन को यदि इस धरती पर जीवित रहना है तो उसे सांस लेने की जरुरत है यदि सांस लेने में ऑक्सीजन नहीं होगी तो हम जीवित भी नहीं होंगे।उक्त बातें प्रमुख मेजा प्रतिनिधि गंगा प्रसाद मिश्र ने वन महोत्सव के तहत मेजा रेंज में वृहद वृक्षारोपण कार्य हुए बतौर मुख्य अतिथि कही।उन्होंने कहा कि जिस तरह से रहना, खाना, पीना, सोना जरुरी है वैसे ही सांस लेना भी अति आवश्यक है। सांस लेने का एकमात्र जरिया है वृक्ष। यदि वृक्ष नहीं होगें तो हम ताजा सांस नहीं ले सकते, हमें जरुरी तत्वों की प्राप्ति नहीं होगी। देखा जाए तो जिंदगी का पर्याय ही वृक्ष हैं। वन क्षेत्राधिकारी मेजा अजय सिंह ने कहा कि इन्हीं वृक्षों को बचाए रखने के लिए भारत में प्रतिवर्ष जुलाई माह के पहले सप्ताह को वन महोत्सव के रुप में मनाया जाता है। पूरे 1 सप्ताह तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्देश्य मनुष्यों को वृक्षों के प्रति जागरुक करना है, उनकी महत्वता बताना है।उन्होंने बताया कि 35 करोड़ वृक्षारोपण जन आंदोलन पार्ट -2 के तहत वृक्षारोपण किया जा रहा है। जिसमें आज 51 वृक्ष लगाए गए।उन्होंने बताया कि एक सप्ताह में कुल लगभग 500 वृक्ष विभिन्न स्थानों पर लगाए गए। इस मौके पर पूर्व प्रमुख मेजा जंगीलाल गुप्ता सहित वनकर्मी मौजूद रहे।