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अतीक-अशरफ हत्याकांड में आज तय होंगे आरोपरूशूटर लवलेश,सनी और अरुण के खिलाफSIT ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट; वीडियो कांफ्रेंसिंग से होगी पेशी

 

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प्रयागराज (राजेश सिंह)। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को हुई हत्या के मामले में आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में आरोप तय होंगे। शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के खिलाफ विशेष जांच दल (SIT) ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। गुरुवार को तीनों शूटर्स को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जाएगा और तीनों पर आरोप तय होगा।

माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज के काल्विन अस्पताल में हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड के मामले में विशेष जांच दल (SIT) ने 13 जुलाई 2023 को चार्जशीट दाखिल की थी। 2 हजार पन्ने की चार्जशीट और 56 पेज के आरोप पत्र में शूटर सनी सिंह को इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। सनी सिंह ने लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या को साथ मिलाकर इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया था। हालांकि 3 महीने चली जांच और पूछताछ में इस हत्याकांड के पीछे किसका हाथ था यह पता करने में SIT  विफल रही है। विशेष जांच दल ने अतीक और अशरफ हत्याकांड में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को 150 गवाहों की सूची और 70 ब्ब्ज्ट फुटेज की सीडी कोर्ट को सौंपी है। अस्पताल से लेकर जिस होटल में तीनों ठहरे थे, वहां तक 70 ब्ब्ज्ट कैमरों को खंगाला गया। उसकी फुटेज भी कोर्ट को सबूत के तौर पर सीडी में दी गई है। गवाहों में 21 पुलिसकर्मी, 15 मेडिकल स्टाफ, 8 मीडियाकर्मी और अन्य जन सामान्य लोग शामिल थे।इस चर्चित हत्याकांड के तीनों आरोपियों सनी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी को विशेष जांच दल प्रयागराज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम की अदालत में गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा।

कोर्ट ने 13 जुलाई को आरोप पत्र के साथ संलग्न 2 हजार पेज को केस डायरी, थ्प्त् कॉपी, नक्शा नजरी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, चालान, फोटो, परीक्षण रिपोर्ट सहित अन्य दस्तावेजों का अवलोकन किया था। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि अपराध का संज्ञान लिए जाने के पर्याप्त आधार हैं। कोर्ट आज इस केस में अपना फैसला सुनाएगा। अपर पुलिस उपायुक्त सतीश चंद्र, सहायक पुलिस आयुक्त सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर ओम प्रकाश इस विशेष जांच दल के सदस्य थे। करीब 90 दिन की जांच, पूछताछ और साक्ष्यों के आलोक में एसआईटी अतीक और अशरफ के मर्डर के पीछे कौन था, उस तक नहीं पहुंच सकी। SIT सनी सिंह को ही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया है। 15 अप्रैल 2023 की रात 10रू35 बजे सनी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी ने माफिया अतीक अहमद और अशरफ की काल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी थी। तीनों को पुलिस ने मौके से ही पकड़ लिया था।

तीनों आरोपी मीडिया के वेश में आए थे। अतीक और अशरफ जैसे ही अंदर घुसे लवलेश तिवारी ने जिगाना पिस्टल से अतीक के सिर में करीब से पहली गोली मारी थी। इसके बाद अशरफ को पहली गोली सनी सिंह ने भी तुर्किये मेड जिगाना पिस्टल से मारी थी। इसके बाद अरुण मौर्या के साथ मिलकर तीनों ने अतीक और अशरफ को तब तक गोलियां मारीं जब तक दोनों मर नहीं गए। अरुण मौर्य के पास सामान्य पिस्टल थी। शुरू से ही इस हत्याकांड पीछे किसी बड़े के हाथ होने की बात कही जा रही थी। कहा जा रहा था कि इतनी कम्र उम्र के लड़के बिना किसी की शह और मदद के यह वारदात नहीं कर सकते थे। इस घटना के पीछे किसका हाथ था। पीली टीशर्ट में वो कौन शख्स था जिसके इशारे के बाद तीनों से गोलियों की बौछार की थी। जिगाना पिस्टल की कम से कम कीमत 5 लाख रुपए है। सनी ने इतने पैसे कहां से जुटाए। तीनों आरोपियों ने बांदा से फर्जी आधार कार्ड बनवाए थे। फर्जी आधार कार्ड बनवाने में उनकी किसने मदद की। फर्जी कागजात किसने तैयार किए। उसकी हत्याकांड में क्या भूमिका है। यह सब पता चलना बाकी है। जिगाना पिस्टल देने वाले गैंगस्टर जीतेंद्र जोगी की मौत हो जाने से पुलिस उससे पूछताछ नहीं कर सकी। ऐसे में जिगाना का राज क्या था यह सवाल आज भी कायम है।

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