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सावन में जरूर करें भगवान शिव के इन 5 मंदिरों के दर्शन, महादेव पूरी करेंगे हर मनोकामना

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हिंदू धर्म के शास्त्रों में सावन के महीने के महात्म्य के बारे में विस्तार से बताया गया है। सावन माह का हर सोमवार भगवान शिव को समर्पति है। आज हम आपको भगवान भोलेनाथ के 5 ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें काफी चमत्कारी माना जाता है..

हिंदू धर्म के शास्त्रों में सावन के महीने के महात्म्य के बारे में विस्तार से बताया गया है। सावन माह का हर सोमवार भगवान शिव को समर्पति है। इस दिन महादेव का जलाभिषेक विशेष महत्व होता है। वहीं इस साल अधिक मास के चलते एक नहीं बल्कि दो महीने का सावन होगा। सावन में हजारों की संख्या में भक्त कांवड़ यात्रा कर भगवान शिव को पवित्र जल अर्पित करते हैं। वैसे तो हमारे देश में भगवान शिव के कई फेमस और प्राचीन मंदिर हैं। लेकिन आज हम आपको भगवान भोलेनाथ के 5 ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें काफी चमत्कारी माना जाता है। मान्यता के अनुसार, इन मंदिरों में दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के दुख दूर हो जाते हैं।

अमरनाथ धाम हिमालय की गोद में बसा है। यहां पर भगवान शिव के स्वयंभू रूप के दर्शन होते हैं। बता दें कि यहां पर भगवान शिव का प्राक्रतिक रूप से लगभग 10 फुट ऊंचा शिवलिंग मौजूद है। आषाढ़ पूर्णिमा से अमरनाथ धाम की यात्रा शुरू होती है और रक्षाबंधन तक चलती है। सावन के महीने में भगवान शिव के दर्शन पाने के लिए भक्त अमरनाथ धाम पहुंचते हैं।

केदारनाथ मंदिर

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम स्थित है। इस धाम की गिनती चार धाम में की जाती है। इसके साथ ही केदारनाथ महादेव द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। मान्यता के अनुसार, सावन के महीने में यहां पर दर्शन करने से व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। साथ ही व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।

ओंकारेश्वर महादेव

मध्य प्रदेश में स्थित भगवान शिव के ओंकारेश्वर धाम की गिनती द्वादश ज्योतिर्लिंगों में की जाती है। सावन माह में भगवान ओंकारेश्वर महादेव के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति को सभी सुभी दुखों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही कहा जाता है कि चार धाम की यात्रा के बाद ओंकारेश्वर महादेव का दर्शन जरूरी होते हैं। ओंमकारेश्वर के दर्शन करने के बाद ही चार धाम की यात्रा का पुण्यफल प्राप्त होता है।

दक्षेश्वर महादेव मंदिर

भगवान शिव की नगरी हरिद्वार के कनखल में दक्षेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। यह भगवान शिव के भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। मान्यता के अनुसार, सावन के पवित्र महीने में महादेव इसी स्थान पर वास करते हैं और अपने भक्तों द्वारा की गई प्रार्थना को सुनते हैं। सावन के महीने में भगवान शिव के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भक्त दक्षेश्वर महादेव मंदिर आते हैं।

बाबा बैद्यनाथ मंदिर

झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर आस्था का केंद्र है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसके अलावा माता सती के 52 शक्तिपीठों से एक शक्तिपीठ भी यहां पर स्थित है। बताया जाता है कि यहां पर माता सती का ह्रदय आकर गिरा था। सावन में लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ यात्रा करके  भगवान शिव को जल अर्पित करने के लिए यहां आते हैं।

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