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प्रयागराज: बेटी की शादी से पहले सड़क हादसे में मां-बाप की मौत, बेसहारा हुए चार बच्चों में छाया मातम

SV News

नो एंट्री के दौरान डंपर ने कुचला, शादी की तैयारी को लेकर गए थे शहर

प्रयागराज (राजेश सिंह)। बेटी की विवाह की तैयारी के लिए बाइक पर शहर आए पति-पत्नी को दिन में नो इंट्री के दौरान डंपर ने बैरहना में कुचल दिया। अस्पताल ले जाने पर दोनों को मृत बताया गया। खबर पाकर हंडिया से परिवार के लोग अस्पताल आ गए। डंपर छोड़कर चालक भाग गया। 
जानकारी के अनुसार हंडिया में बींदा गांव निवासी कुंदलाल त्रिपाठी के पुत्र 48 वर्षीय अशोक मैजिक गाड़ी चलाकर पत्नी और पांच बच्चों के साथ गुजारा करते थे। उनकी चार बेटियां और एक बेटा है। दूसरे नंबर की बेटी दीपशिखा उर्फ मीनू की नवंबर में शादी तय थी। मंगलवार को अशोक 45 वर्षीय पत्नी निशा को बाइक पर बैठाकर शादी के सिलसिले में शहर आए थे। वे बैरहना में नए यमुना पुल के पास पहुंचे तभी डंपर ने टक्कर मार दी। अशोक डंपर के पिछले पहिए और निशा अगले पहिए के नीचे आ गई। दुर्घटना के बाद डंपर से उतरकर चालक भाग गया। बैरहना चौकी की पुलिस उन्हें उठाकर एसआरएन अस्पताल में ट्रामा सेंटर ले गई। वहां मृत बताकर शव पोस्टमार्टम हाउस में रख दिए गए।
कीडगंज पुलिस ने बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर से पता मालूम किया। इसके बाद हंडिया पुलिस के जरिए हादसे में मृत अशोक के बींदा स्थित घर में खबर दी गई। गांव से कुछ लोगों ने आकर पति-पत्नी के शवों की पहचान की। अशोक के पिता कुंदलाल को घर से अस्पताल लाया गया। पति-पत्नी की आकस्मिक मौत से गांव में शोक व्याप्त हो गया। रिश्तेदारों का कयास है कि शहर पहुंचने के बाद अशोक पत्नी के साथ मसुरिया देवी मंदिर की तरफ जा रहे थे, तभी बेकाबू डंपर उनके लिए यमदूत बन गया।
बाइक सवार दंपती को कुचलने वाला डंपर दिन में नो इंट्री के दौरान शहर में कैसे घुस आया, यह बड़ा सवाल है। डंपर को नैनी की तरफ जाना था। ट्रैफिक इंस्पेक्टर अमित कुमार ने कहा कि डंपर परेड मैदान के आसपास कहीं खड़ा रहा होगा। मौका देख चालक ने पुल पारकर नैनी की तरफ तेजी से जाने की सोची और यह हादसा हो गया। थानाध्यक्ष कीडगंज अनिल भगत ने बताया कि यह डंपर के बारे में सब पता चल गया है।

क्या हुआ पापा को, रोती रही चार बेटियां

मंगलवार दोपहर हुए हादसे की खबर शाम होने तक मारे गए पति-पत्नी अशोक त्रिपाठी और निशा के घर पहुंच गई। अशोक के पिता कुंदलाल को शहर में अस्पताल ले जाया गया। अशोक की चार बेटियों और इकलौते बेटे को यही बताया कि माता-पिता को चोट लगी है।
उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मगर बेटियां बार-बार अस्पताल में मौजूद रिश्तेदारों को फोनकर पूछती रही कि सच-सच बताओ क्या हुआ है पापा को, मम्मी ठीक है न। अशोक की चार बेटियों में बड़ी मोनू की शादी राजस्थान में हुई है जबकि दूसरे नंबर की दीपशिखा उर्फ मीनू का नवंबर में विवाह तय किया है।
राजस्थान में बड़ी बेटी मोनू को दुर्घटना का पता चला तो वह बार-बार रिश्तेदारों को फोन कर पूछने लगी कि क्या हआ है, पापा-मम्मी की फोटो वाट्सएप पर दीजिए। सही बताइए वे ठीक हैं न।

कौन करेगा चार बच्चों की देखभाल

जिस घर में शादी की तैयारी के चलते खुशियों भरा माहौल था, वहां अब मातम पसरा है। कहां तो अशोक अपनी दूसरे नंबर की बेटी के विवाह की तैयारी में लगे थे और अब अचानक पत्नी समेत उनकी दुर्घटना में मौत ने उनके चार बच्चों को बेसहारा कर दिया है। दरअसल, अशोक तीन भाइयों में बड़े थे। वह दो छोटे भाइयों सुरेश और गणेश के साथ बंगलुरू में नौकरी करते थे।
इधर, करीब दो साल से वह गांव आकर यहीं खेती और मैजिक गाड़ी चलाकर जीवन यापन करने लगे थे। चार बेटियों में तीन अभी अविवाहित हैं। इकलौता बेटा 14 वर्षीय पार्थ कक्षा सात में पढ़ता है। माता-पिता की मौत के बाद ये सभी गांव में दादा के भरोसे हैं क्योंकि दोनों चाचा तो बंगलुरू में रहते हैं। अब इनका सहारा कौन बनेगा, ये बड़ा सवाल है।

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