प्रयागराज (राजेश सिंह)। जौनपुर के पब्लिक इंटर कॉलेज में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव के फर्जी हस्ताक्षर पर क्लर्क के रूप में तैनात राजीव रतन सिंह पुत्र संजय सिंह, ग्राम विरमपुर का मामला सामने आने के बाद यूपी बोर्ड ने एक पत्र के माध्यम से इस फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। बार्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल के अनुसार कुछ अराजक तत्वों द्वारा लोगों को भ्रमित करने के लिए इस प्रकार का कार्य किया जा रहा है। जिसमें सिर्फ हस्ताक्षर ही नहीं बल्कि यूपी बोर्ड के फर्जी लेटर हेड का भी उपयोग हो रहा है।
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्कांत शुक्ल ने लिखा है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा प्रदेश के विद्यालयों में क्लर्क अथवा किसी अन्य पद पर नियुक्ति नहीं की जाती है, जो नियुक्ति पत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड उत्तर प्रदेश लखनऊ के लेटर हेड पर मुद्रित किया गया है, वह भी पूर्ण रूप से फर्जी है एवं परिषद कार्यालय द्वारा प्रयुक्त किया जाने वाला लेटर हेड नहीं है। इसके अलावा निर्गत फर्जी नियुक्ति पत्र में जो पत्रांक संख्या यूपीएस 821 मुद्रित है, वह भी परिषद कार्यालय का पत्रांक नहीं है।
उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद् के फर्जी लेटर हेड पर माध्यमिक शिक्षा परिषद् के सचिव प्रयागराज के स्कैन किये गये हस्ताक्षर से राजीव रतन सिंह पुत्र संजय सिंह, ग्राम विरमपुर, जौनपुर के नाम से पब्लिक इंटर कालेज केराकट, जौनपुर विद्यालय में क्लर्क के पद पर फर्जी कूटरचित नियुक्ति पत्र जारी किया गया है।
बोर्ड सचिव ने कहा कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा जनमानस को भ्रमित कर परिषद् एवं प्रदेश शासन की छवि धूमिल करने के साथ-साथ समाज में एक संज्ञेय अपराध को जन्म दिया जा रहा है। ऐसे में अराजक तत्वों के विरूद्ध तत्काल आईपीसी की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर विधिक कार्यवाही करने हेतु थाना प्रभारी सिविल लाइन्स को पत्र भेज दिया गया है।