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कर्मयोग से रख सकेंगे मानसिक नियंत्रण, जिससे सड़क सुरक्षा व समग्र सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी: प्रमुख सचिव

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। मिशन कर्मयोगी दिवस पर शनिवार को जिला पंचायत सभागार में परिवहन विभाग के द्वारा ‘‘लोक संवाद एवं सड़क सुरक्षा तथा गीता षिक्षा’’ सम्बंधी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिव परिवहन एल0 वेंकटेश्वर लू एवं कमिश्नर विजय विश्वास पंत उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रो0 जय शंकर सिंह (डीन) इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं मुख्य वक्ता के रूप में श्री राम कृष्ण गोस्वामी अध्यक्ष भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान दिल्ली उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव परिवहन एल0 वेंकटेश्वर लू ने दीप प्रज्जवलन कर किया।
     कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि एल0 वैंकटेश्वर लू ने बताया कि प्रधानमंत्री के द्वारा अधिकारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाने, कार्यशैली में बदलाव, अधिक रचनात्मक, कल्पनाशील, सक्रिय एवं प्रौद्योगिकी सक्षम बनाने के लिए मिशन कर्मयोगी योजना 3 वर्ष पूर्व 02 सितम्बर, 2020 को प्रारम्भ गयी थी। उन्होंने कर्मयोग, सड़क सुरक्षा एवं गीता शिक्षा पर विस्तार से बताते हुए इनके अंर्तसम्बंधों को भी बताया। उन्होंने कहा कि कर्मयोग के प्रति भावना एवं समझ को जितनी गहराई तक समझा जाना चाहिए था, उतना समझा नहीं गया है अन्यथा हमारा देश और विकसित होता। उन्होंने कहा कि अपने आप कुछ भी अच्छा नहीं होता है, उसके लिए निष्काम भावना से किया गया पुरषार्थ आवश्यक है। कर्मयोग से व्यक्ति में वैचारिक शुद्धता, त्याग की भावना, राष्ट्रभक्ति एवं देशभक्ति विकसित होती है, जिससे व्यक्ति समाज सेवा से जुड़ता है। कर्मयोग से ही मानसिक नियंत्रण रख सकेंगे एवं सड़क सुरक्षा व समग्र सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने सड़क सुरक्षा विषय पर बोलते हुए कहा कि हमें ‘‘बी मिस्टर लेट, बेटर दैन लेट मिस्टर’’ एवं ‘‘स्पीड थ्रिल्स, बट किल्स’’ यह दो लाइनें हमेशा याद रखनी चाहिए। उन्होंने गीता शिक्षा व सड़क सुरक्षा विषय को जोड़ते हुए कहा कि गीता में भगवान श्री कृष्ण ने सारथी की भूमिका निभाई थी। इससे हमें सीख लेनी चाहिए कि आपके सारथी (चालक) को उसकी भूमिका व उसके उत्तरदायित्व का बोध अवश्य हो। सड़क सुरक्षा से सम्बंधित जितनी सावधानी का दायित्व आपके ऊपर है, उनका अवश्य पालन करें। गुड समेरिटन की भूमिका अवश्य निभायें, जिससे दुर्घटना में घायल लोगो की जान बचायी जा सके।
मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान दिल्ली के अध्यक्ष राम कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि मन पर नियंत्रण न होना ही दुर्घटनाओं का मुख्य कारण है। उन्होंने गीता शिक्षा पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि गीता शासन, प्रशासन व अनुशासन का केन्द्र बिंदु है एवं न्याय धर्म की आत्मा है। अतः हमेशा न्याय के शासन की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संकल्प से सिद्धि मिलती है। अतः आज हम सब लोग अपराध मुक्त उ0प्र0 अभियान का संकल्प लें।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो0 जय शंकर सिंह (डीन) ने प्रयागराज की समृद्ध विरासत व महान विभूतियों को याद करते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों के द्वारा देश के विकास में किए जा रहे योगदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सड़क की निर्धारित गति सीमा का अवश्य पालन करें। सदैव सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन अवश्य करें। नशे की हालत व मोबाइल प्रयोग करते हुए गाड़ी न चलाये। सीट बेल्ट व हेलमेट अवश्य पहनें।
कार्यक्रम में उप परिवहन आयुक्त कानपुर परिक्षेत्र डाॅ0 विजय कुमार ने स्वागत उद्बोधन किया एवं सड़क दुर्घटनाओं से सम्बंधित आंकड़ों को प्रस्तुत किया। आरटीओ राजेश कुमार मौर्या ने पाॅवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दुर्घटनाओं की संख्या व कारणों के बारे में बताया। मुख्य अतिथि एल0 वैंकटेश्वर लू के द्वारा सड़क सुरक्षा से सम्बंधित कार्यक्रमों में परिवहन विभाग को प्रशंसनीय सहयोग प्रदान करने हेतु एडीएम सिटी सहित अन्य अधिकारियों व तीन गुड समेरिटन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रभाकर त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर परिवहन विभाग के अधिकारी, पुलिस यातायात के अधिकारी, पवन कुमार पाण्डेय (ट्रैफिक इंस्पेक्टर), एन0सी0सी0 कैडेट, एन0एस0एस0, सिविल डिफेंस, जिला अपराध निरोधक समिति, स्कूली छात्र-छात्राएं व काफी संख्या लोग उपस्थित रहे।

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