मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
सीएचसी मेजा में इस समय बड़ा खेल खेला जा रहा है।सीएचसी मेजा के अधीक्षक ट्रांसफर होने के बाद भी मेजा से हटने का नाम नहीं ले रहे हैं।वजह साफ है।बड़ी कमाई।बता दें कि इस समय सोसल मीडिया पर एक 10 सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा है,जिसमें साफ देखा जा सकता है कि डायल 102 एंबुलेंस पास के एक निजी अस्पताल में मरीज भर्ती कराने के लिए मरीज उतार रहा है।उसके पीछे आशा के साथ कुछ लोग हैं।अब सवाल यह उठता है कि एंबुलेंस सरकारी अस्पताल के मरीजों के लिए है या निजी अस्पताल की सेवा करने के लिए।बता दें कि सीएचसी मेजा में चाय वाले से लेकर अस्पताल कर्मी इस खेल में शामिल हैं। डिलवरी केस हो या फिर रेफर किए गए मरीज।वहां बैठे दलाल तुरंत मरीज के परिजन से संपर्क कर अच्छा इलाज के नाम पर निजी अस्पताल में भर्ती कराए जाते हैं।उसके बदले उन्हें 20 से 30 प्रतिशत कमीशन मिल जाती है।और तो और पास के निजी अस्पतालों के संचालकों का दिन भर अधीक्षक के पास जमघट लगा रहता है। बताया जाता है कि अस्पताल से बकायदे दवाइयां भी निजी अस्पतालों में सप्लाई की जाती है।यह काम बड़ी सावधानी के साथ रात के अंधेरे में किया जाता है।इन दिनों मेजा में एक दर्जन निजी अस्पताल बेखौफ फल फूल रहे हैं। इस संबंध में जब सीएचसी मेजा के अधीक्षक से फोन पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत पाए जाने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।