मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। मेजा के परानीपुर स्थित बबा महराज की खाली पड़ी पचासों बीघे जमीन पर कोई भी निर्माण न होने की मांग उठी है। निषादराज पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संजय शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया कि परानीपुर में उसने एक ट्रस्ट का पंजीकरण कराया है, जो ओम श्री सुदिष्ट ब्रहम ट्रस्ट के नाम से है, उनके ग्राम पंचायत में कुल चार स्थान पर सुदिष्ट ब्रहम बाबा का मंदिर है, और चारों स्थान पर ब्रहम बाबा के नाम पचासों बीघे जमीन खाली पड़ी है, जिसमें मवेशियों के चारागृह व बच्चों के खेल-कूद के काम में आती है।
स्थानीय लोगों में यह मान्यता है, कि बाबा महराज की भूमि पर अगर एक धूर भी जमीन कोई बगल का कास्तकर जोत लेता है, तो उसका बहुत बड़ा नुकसान व अनिष्ट हो जाता है। कोई भी व्यक्ति जान - अनजान में उपरोक्त चारों खाली पड़ी जमीन में अगर पेशाब कर देता है, तो उसे बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है, ऐसा होता भी है, ऐसी स्थिति में बाबा महराज के समाधि स्थल पर प्रत्येक रविवार को मेला लगता है और लाखों की भीड़ होती है, और विशाल मेला लगता है, यही नहीं कई जिलों से लोग बड़ी संख्या में दर्शन करने आते हैं। आस्था व विश्वास का केन्द्र बबा महराज का मंदिर बन चुका है।
उन्होंने बताया कि लेखपाल द्वारा जानकारी मिली है, कि बबा महराज की आराजी संख्या - 2124 परानीपुर उपरहार में जिलाधिकारी प्रयागराज द्वारा गोवंश में सुरक्षित कर दी गयी है, यह खबर आग की तरह क्षेत्र में फैल गई है, जिससे जनता में कोई बड़ा अनहोनी न हो जाए, जिससे जनता में आक्रोश व्याप्त है, ऐसी स्थिति में जनहित में उक्त बबा महराज के परेठ में कोई भी अभी निर्माण नही किया जाए।
उन्होंने बताया कि चूंकि खसरा में सम्पूर्ण परेठ के आराजी संख्या पुराना न० 1149, 1815, 1192,705 आदि जमीन ब्रहम बाबा के नाम दर्ज है, यह लगभग 400 वर्ष पूर्व से बबा महराज की भूमि उनके नाम से है, और यहां कि स्थानीय जनता में जिलाधिकारी द्वारा पट्टा दिए जाने को काफी नाराजगी है। उन्होंने बबा महाराज की जमीन पर कोई भी निर्माण न होने की मांग की है।