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भौतिक ज्ञान के साथ ही साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी जरूरी: मंहत बालवीर गिरि

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नैनी, प्रयागराज (केएन शुक्ला 'घंटी')। आज के बच्चों में भौतिक ज्ञान तो आवश्यक ही है उसके साथ ही साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी जरूरी है, उक्त बातें बाघंबरी मठ के महंत श्रीश्री 108 बलवीर गिरि महाराज ने शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि आर0के0 गुप्र आफ इंस्टीट्यूशंस, नैनी, प्रयागराज के प्रांगण में नवागन्तुक छात्र-छात्राओं हेतु 02 दिवसीय स्वागत समारोह "गूंज" का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर कहा। 

गूंज कार्यक्रम संयुक्त रूप से आर0 के0 कालेज आफ फार्मेसी, आर0के0 स्कूल आफ नर्सिंग एवं प्रयाग विधि महाविद्यालय द्वारा किया गया। जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाघम्बरी मठ प्रयागराज के महंत श्री श्री 108 बलबीर गिरि महराज एवं विशिष्ट अतिथि डाॅ0 राकेश पांडेय प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी प्रयागराज, राहुल कुमार सचान क्षेत्रीय निदेशक कर्मचारी चयन आयोग प्रयागराज तथा शांति विलास हास्पिटल प्रयागराज के निदेशक डाॅ0 अजय शुक्ला (सर्जन)  रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत महंत बलबीर गिरि ने मां सरस्वती की पूजा एवं माल्यार्पण वेद पाठी ब्राह्मणों द्वारा सामूहित रूप से मंत्रोच्चार के साथ किया। संस्थागत छात्रों ने समूह नृत्य के माध्यम से सरस्वती वन्दना एवं विभिन्न प्रकार के गीत, गजल तथा विभिन्न विषयों पर नाट्य मंचन भी प्रस्तुत किया। इसके पश्चात् प्रबंध निदेशक इंजीनियर आशीष त्रिपाठी द्वारा मुख्य अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्रों के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम में महंत बलवीर गिरि ने अपने आशीर्वचनों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को बताया कि आपके लिये भौतिक ज्ञान तो आवश्यक ही है उसके साथ ही साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी जरूरी है। आध्यात्मिक ज्ञान से चरित्र का निर्माण होता है जिसके बल पर आप एक अच्छे संस्कारवान समाज का निर्माण कर सकते हैं। आध्यात्मिक एवं ऋषि परम्परा हजारो वर्ष पुरानी है जिसे हमारे पूर्वजो ने संजोकर रखा और इसे आगे ले जाने की जिम्मेदारी अब आप सभी युवाओं की है।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में नर्सिंग छात्र-छात्राओं हेतु लैम्प लाईटिंग एवं शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें प्रयागराज के प्रख्यात ई0एन0टी0 सर्जन डाॅ0 अजय शुक्ला नें नर्सिंग छात्र-छात्राओं को अपने कर्तव्य के प्रति जिम्मेदार रहने की शपथ दिलाई। उन्होने ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ के बिना कोई भी हास्पिटल प्रगति नही कर सकता। नर्सिंग स्टाफ मरीजों की चिकित्सीय सेवा के साथ-साथ भावनात्मक रूप से जुड़ी रहती हैं जिसका परिणाम यह होता है कि मरीज जल्द ही स्वस्थ होने लगता है।

विशिष्ट अतिथि डाॅक्टर राहुल कुमार सचान ने नवप्रवेशित छात्रों को बधाई एवं उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए बताया कि शिक्षा कितनी आवश्यक है वह चाहे व्यवसायिक ही क्यों न हो उसका सदुपयोग तभी हो सकता है जब हम उसके बारे पूर्ण जानकारी हासिल करें। अंत में संस्था के चेयरमैन डाॅ0 आशुतोष त्रिपाठी ने समस्त नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुये सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उक्त कार्यक्रम में विधि प्राचार्य डाॅक्टर मुहम्मद जफर एवं समस्त विधि आचार्य फार्मेसी प्राचार्य डाॅ. सी.एस. सिंह एवं समस्त शिक्षक, नर्सिंग प्राचार्या के.एच. विक्टोरिया देवी एवं समस्त नर्सिंग शिक्षिकाएं, पैरामेडिकल प्राचार्य डाॅ0 विशाल उपाध्याय एवं समस्त शिक्षक, रजिस्ट्रार अनुज शुक्ला, धीरज मिश्रा, सुशील कुमार शुक्ला के अलावा हजारो की संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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