प्रयागराज (राजेश सिंह)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रावासों में बृहस्पतिवार को भी वॉश आउट अभियान चलाया गया। सर्वपल्ली राधा कृष्णन छात्रावास, सर सुंदर लाल छात्रावास और हॉलैंड हाल छात्रावासों में अवैध कब्जा करने वाले छात्रों को बाहर किया गया। बड़ी संख्या में फोर्स के साथ छात्रावासों पर पहुंचे विवि प्रशासन के अधिकारियों ने चेकिंग अभियान चलाया तो हड़कंप मच गया।
छात्रों के आईकार्ड और हॉस्टल आवंटन के कागजों की जांच की गई। बड़ी संख्या में छात्रों का अवैध कब्जा मिला। दूसरे के नाम पर कई छात्र रह रहे थे। अवैध छात्रों को बाहर कर ताला लगा दिया गया। चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह का कहना है कि अभियान पूरा होने के बाद नए सिरे से छात्राें को हॉस्टल आवंटित किए जाएंगे और टीमें गठित कर हॉस्टलों की नियमित रूप से निगरानी भी की जाएगी।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) प्रशासन ने हॉस्टलों में अवैध कब्जे के खिलाफ जारी अभियान के तहत बुधवार को जीएन झा हॉस्टल और पीसीबी हॉस्टल में 44 कमरे सील कर दिए। चौंकाने वाली बात यह रही कि पीसीबी हॉस्टल में 55 छात्र अनुपस्थित मिले। पूछने पर बताया गया कि उन्होंने विभिन्न कारणों से छुट्टी ली है या कहीं बाहर गए हैं।
जीएन झा हॉस्टल में 38 और पीसीबी हॉस्टल में छह कमरे सील किए गए। पीसीबी हॉस्टल में पिछले दिनों बम बनाते वक्त पीजी के एक छात्र का हाथ उड़ गया था, जो हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहा था। हॉस्टलों से लगातार शिकायतें आ रहीं हैं कि जिन छात्रों के नाम कमरे आवंटित हैं, उनकी जगह कोई दूसरा रहता है और ऐसे लोगों की वजह से हॉस्टलों में आपराधिक गतिविधियां बढ़ रहीं हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभियान की सूचना पहले से ही दे दी थी, इसके बावजूद पीसीबी हॉस्टल में अभियान के दौरान 55 छात्र अपने कमरों में नहीं मिले और वहां ताले लटके हुए थे। इसी वजह से इन 55 छात्रों का भौतिक सत्यापन भी नहीं हो सका और न ही यह पता चला सका कि जिन छात्रों के नाम कमरे आवंटित हैं, वहां छात्र स्वयं रह रहे हैं या किसी दूसरे व्यक्ति का कमरे पर कब्जा है।
पिछले दिनों पीसीबी हॉस्टल के साथ जीएन झा हॉस्टल में भी आपराधिक घटनाएं हुईं थीं। अभियान की अगुवाई कर रहे चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह का कहना है कि अनुपस्थित रहे जिन छात्रों का भौतिक सत्यापन नहीं हो सका है, बाद में अलग से टीम गठित कर उनका सत्यापन कराया जाएगा। अगर कमरों में अवैध कब्जा मिलता है तो उन्हें भी सील किया जाएगा।