एक साल पहले घर से आई थी पढ़ने
प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहर के अल्लापुर के बजरंग चौराहे के पास किराए के कमरे में रहने वाली एक छात्रा ने सोमवार रात फंदे से लटक कर जान दे दी। वह यहां अपनी बड़ी बहन के साथ रहे सीएमपी डिग्री कॉलेज से बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। करीब एक साल पहले वह गांव से यहां पर आई थी।
चित्रकूट की पहाड़ी थाने के चरिहार नागी गांव निवासी किसान सुरेश चंद्र शुक्ला के पांच बच्चों में दिव्या शुक्ला 21 बेटियों में सबसे छोटी थी। वह 12 वीं तक की पढ़ाई गांव में करने के बाद अपनी बड़ी बहन संध्या शुक्ला के साथ अल्लापुर में रहकर सीएमपी डिग्री कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रही थी। वह बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी।
भाई ने बताया कि सोमवार दोपहर बाद करीब तीन बजे दिव्या ने खाना बनाया। फिर दोनों बहने साथ में खाना खाया। उसके बाद शाम को बड़ी बहन संध्या कोचिंग करने चली गई। वह कोचिंग के बाद बाजार से सब्जी लेकर रात करीब नौ बजे जब रूम पर पहुंची तो अंदर से कमरे का दरवाजा बंद था। कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद जब कोई जवाब नहीं आया तो बड़ी बहन ने इसकी सूचना मकान मालिक को दी। फिर मकान मालिक भी ऊपर जाकर दरवाजा खटखटाया।
लेकिन कोई जवाब नहीं आया। उसके बाद इसकी सूचना जॉर्जटाउन पुलिस को दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो छात्रा फंखे के सहारे दुपट्टे के फंदे से लटकी हुई थी। वहीं परिजनों से छात्रा के मौत को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कोई भी जवाब देने से मना कर दिया। सूत्रों के अनुसार दिव्या की बड़ी बहन के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी और जब बड़ी बहन कोचिंग चली गई तो दिव्या ने फंदे से लटककर जान दे दी।