बाहरी लोगों के भरोसे हो रहा कोरांव तहसील का संचालन
कोरांव,प्रयागराज (सत्यम तिवारी) बात चाहे तहसील दिवस की हो या फिर थाना दिवस की। हर दिवस में राजस्व की शिकायतों की भरमार होती है। इसमें दर्जनों ऐसे मामले होते हैं, जो पिछले कई महीनों से लगातार एसडीएम कोरांव की चौखट तक पहुंच रहे हैं, पर उन पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कोरांव तहसील की हालत इतनी खराब है कि यदि कोई फरियादी यहां सीधे उपजिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात कहना चाहे, पीड़ा बताना चाहे तो वह भी असंभव सा प्रतीत होता है।
इसका कारण है बाहरी लोगों के द्वारा तहसील के संवेदनशील और मुख्य स्थानों पर कार्य का लिया जाना। यह बाहरी लोग सरकारी कार्यों में न सिर्फ दखलंदाजी करते हैं, बल्कि आम जनता तक न्याय ही नहीं पहुंचने देते। कुछ स्थानीय अधिवक्ताओं का आरोप है कि एसडीएम कोरांव जिला मुख्यालय पर निवास करते हैं, जिससे उन्हे यहां पहुंचने में पहला पहर ही बीत जाता है। ऐसे में जो लोग क्षेत्र से शिकायत करने आते हैं, वह एसडीएम से मिल ही नहीं पाते। रही-सही कसर यहां लगे प्राइवेट कर्मी व दलाल पूरी कर देते हैं।
इसी वजह से क्षेत्र में राजस्व की शिकायतों की लिस्ट मोटी होती जा रही है। यदि अकेले तहसील दिवस पर आने वाले फरियादियों की संख्या गिनी और देखी जाए तो आधे से अधिक वही होते हैं, जो पिछले कई तहसील दिवस से लगातार आ रहे हैं। इसके अलावा तहसील मुख्यालय पर स्थित अन्य विभागों की भी हालत बहुत ठीक नहीं है। सभी विभागों में बाहरी व्यक्तियों का दखल है जो ले-देकर मामला सेट करवाने का कार्य करते हैं, जिससे न सिर्फ सरकार की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है, बल्कि लोगों का कार्य भी समय से नहीं हो रहा है और समस्या जस की तस बनी हुई है। उदाहरण के तौर पर खजुरी खुर्द गांव की बृद्ध महिला राजकली पत्नी स्वर्गीय मोती लाल विश्वकर्मा का आरोप हैं की तीन वर्ष से पीएम आवास दो किस्त का पैसा आया हैं पड़ोस के कुछ दमंग लोग आवास नहीं बनाने दें रहे इस संदर्भ मे 32 बार शिकायत तहसील समाधान दिवस कोरांव व लगभग एक दर्जन से अधिक थाना दिवस कोरांव,से लेकर मुख्यमंत्री डीएम,पुलिस आयुक्त, एसीपी, से शिकायत किया लेकिन आज तक समस्या जस की तस बनी हुई हैं तत्कालीन जिलाधिकारी ने भी तहसील को पत्र भेजकर कार्यवाही कर निस्तारण कराने का आदेश दे रखा हैं लेकिन वे भी ठंडा बस्ता मे हैं दो बार टीम भी गठित हुआ कई बार मौके पर टीम गठित के अलावा पैमाईस हुआ इसके बावजूद आज तक निस्तारण नहीं हुआ राजकली अधिकारियो के कहने पर रास्ता आने जाने के लिए भूमि भी छोड़ दी जब मकान का निर्माण कार्य कराने लगी ख़डी दीवाल पुनः विपक्षी द्वारा गिरा दिया गया जिसका तहरीर थाना कोरांव मे दिया लेकिन मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया विपक्षी के विरुद्ध थाना कोरांव मे दो बार भिभिन्न धाराओं मे मुकदमा भी पंजीकृत हुआ हैं स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।उपजिलाधिकारी कोरांव के सीयुजी नंबर पर फोन किया गया लेकिन फोन नहीं रिसीव हुआ।
वर्जन
मामला अभी तक मेरे संज्ञान मे नहीं था मै अपने स्तर से दिखवाता हू सत्यता के आधार पर मामले का निस्तारण कराया जायेगा
राजेश पाल
तहसीलदार कोरांव प्रयागराज