प्रयागराज (राजेश सिंह)। सड़क परिवहन मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जनता की सुविधा के लिए टोल प्लाजाओं की नियमावली बनाते हुए सुविधाएं प्रदान की है, लेकिन यमुनानगर स्थित गन्ने टोल प्लाजा के कर्मचारी और इलाकाई पुलिस मिलकर यात्रियों (लोगों) के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करती है मानों वे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नहीं पाकिस्तान के बार्डर पर हैं।
इन कर्मियों का आये दिन यात्रियों से मार-पीट एक सूत्रीय कार्यक्रम में सुमार हो गया है। ऐसे दुर्व्यवहार से आजिज आकर लोगों ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का ध्यानाकर्षण कराते हुए कहा है कि ऐसा घृणित कार्य सरकार को प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। यमुनानगर स्थित बारा थाना के अंतर्गत गन्ने टोल प्लाजा में टोल कर्मचारियों द्वारा पत्रकारों से मारपीट का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक दिन पहले कार सवार मैहर से दर्शन करके लौट रहीं महिलाओं व युवकों के साथ मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। लोगों का कहना है कि आचार सहिंता लागू होने के बाद भी शासन व प्रसाशन से बेख़ौफ़ टोल कर्मचारियों द्वारा यात्रियों से मारपीट करना आम बात हो गया है, जो सरकार को बदनाम करने का खुल्लम खुल्ला कार्य किया जा रहा है। मजे की बात तो यह है कि हाइवे पर टोल प्लाजा पर बैठी पुलिस यात्रियों से से मारपीट के दौरान मूकदर्शक बनी रहती है।