प्रयागराज( राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने महाकुंभ में 21 बार संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रीगण, राज्यपाल, मंत्रीगण व अन्य विशिष्ट अतिथियों का महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्वागत, अभिनंदन व आगवानी की।
सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता, प्रबंधन, व्यवस्थाओं और सुविधाओं को सराहा। इस बीच संगम में मंत्री नन्दी ने 21 बार से अधिक पुण्य की डुबकी लगाई।
महापौर के साथ भी लगाई थी आस्था की डुबकी
सबसे पहले 13 जनवरी पौष पूर्णिमा को पूर्व महापौर के साथ उन्होंने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उसके बाद 14 जनवरी, 18 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ, 21 जनवरी को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कवि डॉ. कुमार विश्वास के साथ भी पुण्य स्नान किया।
22 जनवरी को मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आयोजित कैबिनेट बैठक में सम्मिलित होने के साथ पूरे मंत्रिमंडल के साथ उन्होंने संगम स्नान किया। 24 जनवरी को भी केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, 27 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर सपरिवार स्नान किया।
इन मंत्रियों संग लगाई थी पुण्य की डुबकी
तीन फरवरी को वसंत पंचमी के मौके पर भी मंत्री ने सपरिवार स्नान किया। चार फरवरी को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ, छह फरवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, सात फरवरी को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, 12 फरवरी को सपरिवार, 13 को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, 15 को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल के साथ स्नान किया।
भूपेंद्र सिंह चौधरी संग भी पहुंचे थे संगम घाट
16 फरवरी को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, 22 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, 24 को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, 25 को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के साथ संगम स्नान किया।
मंत्रियों का किया था स्वागत अभिनंदन
इसके अतिरिक्त 54 विशिष्ट जनों के प्रयागराज आने पर स्वागत अभिनंनदन भी किया। इसमें वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, जूना अखाड़ा पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि, स्वामी मुरारी बापू, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, गृह मंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, जगद्गुरू रामभद्राचार्य, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान सहित बहुत से नाम शामिल हैं।