प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ में नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के स्वच्छ सुजल गांव में आए 30 लाख लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बदले यूपी की विकास गाथा भी देखी। इस दौरान नल से जल पर हुई क्विज प्रतियोगिता में 10,229 युवाओं को सम्मानित भी किया गया।
लगभग 3.6 लाख से अधिक लोगों ने डिजिटली जल जीवन मिशन द वॉटर रन गेम्स भी खेला। योगी सरकार ने अतिथि देवो भवः की परंपरा का निर्वहन करते हुए 25 लाख अतिथियों को उपहार स्वरूप श्जल प्रसादश् दिया। संगम तट पर 45 दिन के लिए आयोजित दुनिया के सबसे बड़े मानव समागम महाकुंभ में श्स्वच्छ सुजल गांवश् बसाया गया था।
स्वच्छ सुजल गांव में पहुंचे थे 30 लाख से ज्यादा लोग
इसमें देश-दुनिया के 30 लाख से अधिक आगंतुक पहुंचे थे, जिन्होंने 2017 के बाद आए बदलाव के बाद यूपी के समृद्ध गांवों की कहानी भी देखी। गांव में प्रतिदिन शाम को गंगा जल आरती में शामिल होकर लोगों ने यूपी की आध्यात्मिक वैभव का भी दीदार किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल जीवन मिशन के जरिए बुंदेलखंड के गांव-गांव में श्हर घर जलश् पहुंचाने की नई तस्वीर से भी आगंतुक रूबरू हुए। उन्होंने यहां 2017 से पहले बदहाल और इसके बाद बदले बुंदेलखंड के बदलाव की गाथा को भी देखा।
बयां की जीवनशैली में बदलाव की कहानी
देश-दुनिया से आए श्रद्धालुओं ने 40 हजार वर्ग फीट में बसे गांव में पीएम आवास, सीएम आवास, ग्राम पंचायत, सोलर एनर्जी के जरिए समृद्ध उत्तर प्रदेश की नई कहानी भी देखी। इसकी थीम श्पेयजल का समाधान, मेरे गांव की नई पहचानश् थी। सुजल गांव में बुंदेलखंड की ग्रामीण महिलाओं ने सांस्कृतिक मंच के जरिए जीवन और जीवनशैली में बदलाव की कहानी बयां की।
‘अतिथि देवो भवः’ भारत की परंपरा के अनुसार स्वच्छ सुजल गांव में आए 25 लाख से अधिक आगंतुकों को जूट-कपड़े के बैग में जल प्रसाद भी दिया गया। इसमें संगम का जल, जल जीवन मिशन की डायरी, सफलता व बदलाव की कहानी से जुड़ी आदि अध्ययन सामग्री भी रही।
नल से जल पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। सही उत्तर देने वाले 10,229 युवाओं को ऑनलाइन प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। साथ ही प्रमुख स्नानों को छोड़कर अन्य दिनों में 3.6 लाख से अधिक लोगों ने डिजिटली श्जल जीवन मिशन द वाटर रनश् गेम्स भी खेला।