नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच अभी भी तनाव जारी है। इस बीच यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस ने कीव पर रातभर हवाई हमले किए, साथ ही यूक्रेन का एयर डिफेंस सिस्टम हमले का जवाब देने में लगा रहा।
रॉयटर्स ने मेयर विटाली क्लिट्स्को के टेलीग्राम संदेश का हवाला देते हुए कहा,श्वायु रक्षा बल कीव के खतरे को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं।श् वहीं यूक्रेन ने रूस पर जवाबी हमले किए, मास्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि मंगलवार सुबह एक बड़े हमले में रूसी राजधानी को निशाना बना रहे कम से कम 60 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया गया।
यूक्रेन ने रूस पर गिराए ड्रोन?
उन्होंने यह नहीं बताया कि अन्य ड्रोन कहां मार गिराए गए, उन्होंने केवल इतना बताया कि वे मॉस्को की ओर उड़ रहे थे। मॉस्को के दो हवाई अड्डों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि इन हमलों में अभी तक किसी के मार जाने के खबर सामने नहीं आई है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कथित तौर पर राजधानी कीव और उसके आस-पास के क्षेत्र में विस्फोट की आवाज सुनी, जो वायु रक्षा प्रणाली के संचालन की तरह लग रहा था।
यह हमला सऊदी अरब में यूक्रेनी और अमेरिकी अधिकारियों के बीच वार्ता से पहले हुआ, इस उम्मीद में कि इससे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में पर्याप्त प्रगति होगी।
बता दें कि जेलेंस्की सऊदी अरब पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद तीखी बहस के बाद उनके सऊदी दौरे को अहम माना जा रहा।
14 लोगों की हत्या और 37 घायल
अभी कुछ दिन पहले, पूर्वी शहर डोब्रोपिलिया और खार्किव क्षेत्र में एक बस्ती पर रूसी मिसाइल और ड्रोन हमलों में कम से कम 14 लोग मारे गए और 37 अन्य घायल हो गए। मंत्रालय ने बताया कि डोब्रोपिलिया पर बैलिस्टिक मिसाइलों, कई रॉकेटों और ड्रोनों से हमला किया गया, जिससे आठ बहुमंजिला इमारतों और 30 वाहनों को नुकसान पहुंचा। इस हमले में पांच बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।
इस तरह के हमले दिखाते हैं कि रूस के लक्ष्य नहीं बदले हैं। इसलिए, जीवन की रक्षा करने, अपनी वायु रक्षा को मजबूत करने और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को बढ़ाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखना महत्वपूर्ण है। वोलोदिमीर पुतिन को युद्ध में मदद करने वाली हर चीज को खत्म कर देना चाहिए।
एक दिन पहले, शुक्रवार को, रूसी सेना ने यूक्रेन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने पर अमेरिका की तरफ से रोक लगाने के बाद अपना पहला बड़ा मिसाइल हमला किया, जिससे यूक्रेनी ऊर्जा और गैस बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा।
अमेरिकी सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी में रोक से कीव की हवाई सुरक्षा कमजोर हो सकती है, क्योंकि उसके पास उन्नत मिसाइलों की कमी है और वह हमलों पर प्रभावी रूप से नजर रखने में भी संघर्ष करता है।