प्रयागराज (राजेश सिंह)। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के संयुक्त नेतृत्व में कार्यकर्ताओं द्वारा प्रयागराज जनपद के बारा तहसील अंतर्गत लोहगरा बाजार में को गाजा बाजा व भगवा ध्वज के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। सैकड़ों की संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं द्वारा जय श्री राम के नारे लगाए गए। शोभा यात्रा के दौरान प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रही। बारा थानाध्यक्ष विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए जुलूस के आगे-आगे मोर्चा संभाले रहे।भारी पुलिस बल के जवानों के साथ जुलूस के पीछे-पीछे चलते नजर आए । शोभा यात्रा लोहगरा बाजार होते हुए पूरे बाजार का भ्रमण करते हुए नीबी पहुंचा। जहां से वापस लोहागर बाजार हनुमान मंदिर पर समापन किया गया। शोभा यात्रा में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री नितिन जी ने बताया कि इस शोभा यात्रा का उद्देश्य सनातन संस्कृति को बचाये रखना है। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि हिंदू सनातन धर्म के प्रति हमारे आने वाली पीढ़ियां को उनकी परंपरागत नीतियों को अपना कर उसके अनुसार चलना चाहिए क्योंकि जो हमारी संस्कृति है उसकी हमें भुलाना नहीं चाहिए क्योंकि श्री राम हम सबके आदर्श हैं और उनके पद चिन्हों पर चल कर अखंड भारत एवं नए भारत का निर्माण करना है। विश्व हिंदू परिषद के संगठन के कार्यकर्ताओं के द्वारा सभी हिंदू धर्म के सभी समाज के लोगों को साथ लेकर चने की शिक्षा प्रदान की जाती है ताकि भारत देश को सशक्त व समृद्धि बना सकें। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष नित्यानंद उपाध्याय, मनोज कुमार कार्यक्रम आयोजक जिला सह मंत्री, विशाल त्रिपाठी विद्यार्थी संपर्क प्रमुख, आदर्श कुमार दुबे जिला मिलन केंद्र प्रमुख कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य फंटू महाराज जिला गौ रक्षा प्रभारी , जिला उपाध्यक्ष कृपा शंकर दुबे, जिला समरसता प्रमुख धर्मेंद्र दुबे, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख राम सिंह कबीर, जिला अक्षत पुरोहित सुजीत केसरवानी, जिला गोरखा प्रमुख विनय द्विवेदी, जिला प्रशासनिक प्रमुख वीरेंद्र मिश्रा, जिला धर्म प्रसार प्रमुख राजकुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष विवेक केसरी, जिला संयोजक शुभम पांडे, जिला धर्माचार्य शिवदत्त मिश्र, प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार चतुर्वेदी, नारीवारी प्रखंड अध्यक्ष बालेंद्र, प्रखंड उपाध्यक्ष सुमित त्रिपाठी, प्रखंड मंत्री पीयूष केसरवानी, प्रखंड संयोजक शुभांशु शुक्ला, विवेक केसरवानी आदि समस्त हिंदू समाज एकत्रित रहे।