प्रयागराज (राजेश सिंह)। बाढ़ का पानी एक बार फिर बस्तियों में घुस गया है। इसकी वजह से सैकड़ों परिवार अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। 50 से अधिक परिवारों ने बाढ़ राहत शिविरों में शरण ले ली है। नैनी में यमुना और बख्शी बांध पर गंगा का जलस्तर 83 मीटर के पार चला गया है। छाेटा बघाड़ा के शिवमंदिर, अमिताभ बच्चन पुलिया समेत कई इलाकों में लोगों के घरों में काफी ऊंचाई तक पानी पहुंच गया है। इसको देखते हुए एनी बेसेंट राहत शिविर चालू कर दिया गया है। शाम तक यहां 25 से अधिक परिवार पहुंच गए थे। गंगा और यमुना के जलस्तर में बढ़ोत्तरी बुधवार को भी जारी रही।
बेली कछार, बेली गांव, राजापुर, नेवादा, अशोक नगर के निचले इलाकों में भी लोगों के घरों में पानी घुस गया है। इन इलाकों के भी कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। इसी के साथ कैंट मैरिज हॉल को भी बाढ़ राहत शिविर में तब्दील कर दिया गया है और उसमें भी मंगलवार शाम तक 25 से अधिक परिवार पहुंच गए थे।
मंगलवार दोपहर से गंगा के जलस्तर में तेज बढ़ोतरी शुरू हो गई। इसके अलावा यमुना के जलस्तर में भी बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। हालांकि इसकी रफ्तार कुछ थमी जरूर है। दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से बस्तियों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। इसकी वजह से दोनों राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों के पहुंचने का क्रम रात तक जारी रहा।
गंगा और यमुना एक बार फिर खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही हैं। नैनी में यमुना तो बख्शी बांध एसटीपी पर गंगा का जलस्तर 83 मीटर से ऊपर चला गया है। दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला अब भी जारी है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से कछारी इलाके के लोगों की चिंता बढ़ गई है।
दोनों नदियों का खतरे का निशान 84.734 मीटर है। सिंचाई विभाग की मंगलवार सुबह आठ बजे की रिपोर्ट के अनुसार यमुना के जलस्तर में 24 घंटे में 2.88 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसका नतीजा रहा कि सुबह ही यमुना का जलस्तर 82.85 मीटर पहुंच गया। मंगलवार शाम चार बजे तक नैनी में यमुना का जलस्तर 83.18 मीटर पहुंच गया था।
