बोलीं- 12 लाख के गहने चोरी हुए, प्रयागराज पुलिस ने टॉर्चर किया
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में एक निजी फाइनेंस कंपनी की महिला ब्रांच मैनेजर ने पुलिस पर टॉर्चर का आरोप लगाते हुए सुसाइड की कोशिश की। उसने एक साथ नींद की 29 गोलियां खा लीं। महिला की हालत गंभीर है। उसका प्ब्न् में इलाज चल रहा है।
सुसाइड की कोशिश से पहले महिला ने वीडियो बनाया। 1 पेज का नोट लिखा। इसमें आरोप लगाया कि 12 लाख की सारी ज्वेलरी चोरी होने के 5 दिन बाद पुलिस ने थ्प्त् दर्ज की। अश्विनी सर (फाफामऊ थाना इंचार्ज) और प्रमोद सर (सब इंस्पेक्टर) ने मुझे टॉर्चर किया। अब मैं जान दे रही हूं। मम्मी-पापा मेरे लिए परेशान मत होना।
पीड़ित अभ्या पांडेय गोरखपुर में बरगदवा की रहने वाली हैं। उनकी गोरखपुर में ही शादी हुई है। पति प्राइवेट जॉब करते हैं। अभ्या दो साल से प्रयागराज के फाफामऊ में रहकर अरोहन फाइनेंस कंपनी में सीनियर ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
महिला बोली- थाना इंचार्ज और दरोगा ने टॉर्चर किया
अभ्या पांडेय ने नींद की गोलियां खाने से पहले एक वीडियो भी बनाया। इसमें अभ्या ने कहा- पूरा फाफामऊ थाना जानता है कि मेरी ज्वेलरी किसने चुराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
अश्विनी सर (फाफामऊ थाना इंचार्ज) और प्रमोद सर (सब इंस्पेक्टर) ने मुझे टॉर्चर किया। डेढ़ महीने से मुझे सिर्फ गोल-गोल घुमाया जा रहा है। लगातार कॉल करने के बावजूद पुलिस सिर्फ टालमटोल कर रही, जिससे परेशान होकर मैं जान दे रही हूं।
मैं जानती हूं कि मैं जो कदम उठाने जा रही हूं, वह कायरता वाला है। लेकिन क्या करूं, आप ही लोग बताइए। मैं क्या करती, मेरी सारी ज्वेलरी चोरी हो गई। लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। थ्प्त् होने में ही सात दिन लग गए। थ्प्त् होने के बाद भी एक भी कार्रवाई नहीं हुई। अगर पीड़ित के साथ पुलिस ऐसे करेगी तो जनता का भरोसा कैसे रहेगा?
पुलिस तो जनता की सेवा करने के लिए होती है, न कि जनता को परेशान करने के लिए। मैं अभ्या पांडेय अपनी लाइफ से थक गई हूं। और इसी वजह से अपने आप को खत्म करने का फैसला कर रही हूं। क्योंकि मैं इस बोझ के साथ नहीं जी पा रही हूं कि मेरी सारी ज्वेलरी चोरी हो गई। लेकिन, मैं पुलिस प्रशासन से बस यही उम्मीद करती हूं कि मेरे ना रहने पर ज्वेलरी चोर को ढूंढकर मेरे भाई के सामने लाया जाए, यही मेरी आखिरी इच्छा है। मम्मी-पापा मेरे लिए परेशान मत होना। मुस्कान और ज्योति में मुझे ढूंढ लेना। लल्ला को कहना कि उसकी मां कायर नहीं थी।
अभ्या पांडेय ने 27 सितंबर को फाफामऊ थाने में ज्वेलरी चोरी की थ्प्त् दर्ज कराई थी। थ्प्त् के अनुसार, वह 19 सितंबर 2025 को लखनऊ गई थीं। 22 सितंबर को लौटने पर उन्होंने देखा कि उनके कमरे का ताला टूटा हुआ है। कमरे का सारा सामान सही-सलामत था, लेकिन सारी सोने की ज्वेलरी गायब थी।
उन्होंने अपने ही बिल्डिंग के कुछ किरायेदारों पर शक जाहिर किया था, जिन्हें उनकी दिनचर्या और ज्वेलरी के बारे में जानकारी थी। आरोप है कि थ्प्त् दर्ज होने के सात दिन बाद तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस प्रशासन ने सिर्फ औपचारिकता निभाई।
भाई शिवम ने बताया- बहन ने अब तक जो भी कमाया, एक-एक पैसे जोड़कर ज्वेलरी बनवाई थी। वह पुलिस के पास लगातार दौड़ती रहीं। यहां तक कि उसका नंबर भी फाफामऊ थाना इंचार्ज ने ब्लॉक कर दिया। परेशान होकर उसने जान देने की नीयत से एक साथ ढेर सारी नींद की गोलियां निगल लीं। उसे पुलिस ने ही अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल उनकी हालत नाजुक बनी है। डॉक्टरों की टीम प्ब्न् में उनका इलाज कर रही है।
पुलिस बोली- महिला डिप्रेशन में थी
डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने कहा- ज्वेलरी चोरी के मामले की विवेचना चल रही है। महिला ने जान देने का प्रयास क्यों किया, इसका पता लगाने के लिए ।ब्च् को जांच सौंपी गई है। थाना इंचार्ज फाफामऊ अश्वनी सिंह ने कहा- महिला डिप्रेशन में थी। इसी कारण उसने नींद की ज्यादा गोलियां खा लीं, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।
डीसीपी ने बताया- जांच में सामने आया कि महिला के परिवारवालों की ओर से कोई भी सुसाइड नोट पुलिस को उपलब्ध नहीं कराया गया है। महिला का मेदांता अस्पताल में डिप्रेशन का इलाज चल रहा है और इसका पर्चा भी मिला है। पुलिस पर टॉर्चर करने के जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से निराधार हैं। चोरी के मामले की विवेचना चल रही है।
