प्रयागराज (राजेश सिंह)। सुप्रीम आदेश के बाद अब शहर के सार्वजनिक स्थलों से स्ट्रीट डॉग को हटाने की तैयारी शुरू हो गई है। नगर निगम की ओर से हॉस्पिटल, स्कूल-कॉलेज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों से स्ट्रीट डॉग को पकड़ने का अभियान सोमवार से शुरू हो सकता है।
सुप्रीम आदेश के बाद अब शहर के सार्वजनिक स्थलों से स्ट्रीट डॉग को हटाने की तैयारी शुरू हो गई है। नगर निगम की ओर से हॉस्पिटल, स्कूल-कॉलेज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों से स्ट्रीट डॉग को पकड़ने का अभियान सोमवार से शुरू हो सकता है। इसके लिए चार टीमों का गठन किया जाएगा।
वर्तमान में नगर निगम के पास सिर्फ करैली में जानवरों का आश्रय स्थल है, जहां पर स्ट्रीट डॉग को रेबीज का इंजेक्शन और नसबंदी का काम किया जाता है। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद स्ट्रीट डॉग को सार्वजनिक स्थलों से हटाकर आश्रय स्थल में रखना है। इसके लिए नगर निगम शहर में जल्द ही दो से तीन नए आश्रय स्थल खोलने की तैयारी में है, जहां पर स्ट्रीट डॉग को रखने के साथ आवश्यक इंतजाम किए जाएंगे।
नगर निगम की तरफ से जिन स्थानों से स्ट्रीट डॉग पकड़े जाएंगे, वहां दोबारा डॉग न पहुंचे, इसके लिए स्थानीय प्रबंधन को जिम्मेदारी उठानी होगी। इसके तहत स्थलों पर चहारदिवारी, जाली लगाने या फिर सुरक्षा कर्मी की तैनाती की जा सकती है।
स्ट्रीट डॉग की सही संख्या पता लगने पर बढ़ेंगे आश्रय स्थल
नगर निगम के पशुधन विभाग की तरफ से अब तक 20 हजार स्ट्रीट डॉग को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के साथ नसबंदी करके छोड़ा जा चुका है। दूसरी तरफ पशुपालन विभाग की तरफ से स्ट्रीट डॉग के सर्वे का काम चल रहा है। स्ट्रीट डॉग की संख्या का पता चलने के बाद कितने नए आश्रय स्थल खुलने हैं। इसकी योजना बनाई जाएगी।
नगर निगम की तरफ से स्ट्रीट डॉग को पकड़ने का अभियान सोमवार से चलाया जाएगा। इसके लिए तीन से चार टीमों का गठन किया जाएगा। इसके अलावा स्ट्रीट डॉग की संख्या का पता चलने के बाद नए आश्रय स्थल खोले जाएंगे। - विजय अमृत राज, पशुधन अधिकारी, नगर निगम।