प्रयागराज (राजेश सिंह)। एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया और यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन से संबद्ध 40 वीं इंदिरा मैराथन के लिए आधिकारिक वेबसाइट रविवार को लांच हो गई है। अब धावक वेबसाइट- ीजजचेरू//ूूू.पदकपतंउंतंजीवद.बव.पद/ पर जाकर मैराथन से संबंघित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ रविवार से आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
ईमेल आइडी पर भेज सकेंगे आवेदन
धावक इंदिरा मैराथन की आधिकारिक ईमेल आइडी पदकपतंउंतंजीवदचतंलंहतंर/हउंपस.बवउ पर अपना आवेदन भेज सकेंगे। आवेदन के लिए फार्म भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है, जिसे धावकों को डाउनलोड कर भरना होगा। नाम, पिता का नाम आधार संख्या, पता, फोन नंबर और अगर किसी संस्था की ओर से हिस्सा ले रहे हैं तो उसकी जानकारी फार्म में भरनी होगी।
इसका अलावा धावक यह घोषणा करनी होगी कि उसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है और वह शारीरिक रूप से पूर्णतरू स्वस्थ है और दौड़ने के लिए अपनी सहमति दे रहा है। फार्म पूरा न भरा होने या गलत जानकारी होने पर आवेदक का आवेदन रद कर दिया जाएगा। वेबसाइट पर इंदिरा मैराथन का 42.195 किलोमीटर लंबे रूट का मैप भी अपलोड कर दिया गया है। इसके अलावा इंदिरा मैदान के इतिहास को भी समग्र रूप से धावक यहां पर जान सकेंगे।
पूर्व पीएम राजीव गांधी ने 1985 में शुरू किया था मैराथन
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 19 नवंबर 1985 को इंदिरा मैराथन को पहली बार हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, जो निरंतर 1989 तक चली। 1990 में इस मैराथन का आयोजन देहरादून में आयोजित किया गया। हालांकि भारी विरोध व मांग के बाद 1991 वें से पुनरू प्रतियोगिता का आयोजन प्रयागराज में किया जाने लगा और वर्ष 2020 में कोरोना लाकडाउन के दौरान इस प्रतियोगिता पर दोबारा ब्रेक लगा था। इसके अलावा यह प्रतियोगिता प्रयागराज में निरंतर आयोजित हो रही है और इस बार इसका 40 वां संस्करण आयोजित होगा।
प्रथम पुरस्कार दो लाख व द्वितीय एक लाख रुपये
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी प्रेम कुमार ने बताया कि इंदिरा मैराथन में प्रथम पुरस्कार के तौर पर दो लाख रुपये, द्वितीय पर एक लाख व तृतीय पुरस्कार के तौर पर 75 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। जबकि 11 खिलाड़ियों को सांत्वना पुरस्कार के तौर पर दस-दस हजार रुपये दिए जाएंगे। मैराथन की दूरी पुरुष व महिला दोनों वर्गों दोनों के लिए 42.195 किमी होगी।
आधार कार्ड होगा अनिवार्य
धावकों को विब नंबर लेने के लिए आधार कार्ड अपने साथ लाना अनिवार्य होगा। आनलाइन आवेदन करने वाले धावकों को भी स्टेडियम में विब नंबर लेते समय आधार कार्ड दिखाना होगा और आधार के सत्यता की पुष्टि होने के बाद ही आफलाइन और आनलाइन दोनों तरह के आवेदकों को विब नंबर मिलेगा।
