प्रयागराज (राजेश सिंह)। उम्र मात्र 11 वर्ष..., कक्षा दो का छात्र...। आज सोमवार की सुबह घर से स्कूल जाने के लिए अकेले निकला। किसी बात से नाराज इस बच्चे ने घरवालों से कहा कि आज मैं स्कूल नहीं जाऊंगा। यह कहकर वह घर से निकल गया। विद्यालय के सामने पहुंचा और बोलेरो पिकअप वैन में सवार हो गया। उसी समय स्कूल वाहन के वाहन चालक ने उसे देख लिया। फिर अपहरण की अफवाह उड़ गई। अंत में बालक सकुशल बरामद हो गया तो सभी ने राहत की सांस ली। यहां पढ़ें कि क्या बालक का सही में अपहरण हुआ था या फिर बात कुछ और थी।
यह रोचक मामला प्रयागराज के गंगापार के सरायममरेज इलाके का है। सरायममरेज के आलानगरी गांव निवासी आलोक कुमार गौंड का 11 वर्षीय पुत्र रूद्र गांव स्थित उमेश सिंह पैराडाइस स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। सोमवार की सुबह किसी बात को लेकर नाराज रूद्र ने मां से यह कह कर घर से निकला कि मैं आज स्कूल नहीं जाऊंगा।
घर से निकला रुद्र विद्यालय के सामने तक पहुंचा। वहां से जा रही बोलेरो पिकअप वैन को रोककर उस पर सवार हो गया। वाहन में स्कूल ड्रेस में नाबालिग छात्र को बैठते देख वहां मौजूद विद्यालय की गाड़ी का चालक रोहित कुमार यादव ने पिकअप वाहन का नंबर की फोटो अपने मोबाइल में लेकर तत्काल विद्यालय के प्रबंधक अखिलेश सिंह को घटना बताते हुए दे दिया।
छात्र के अपहरण की सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को देते हुए थाना क्षेत्र के विभिन्न चौराहों पर पिकअप वैन की तलाश में जुट गई। वहीं इन सब मामले से अनजान पिअकप चालक लुटईपुर गांव में किसी के घर में लगे टेंट को लेने जा रहा था। छात्र ने उससे लुटईपुर मौसी के यहां जाने को कहा तो वह छात्र को वहां ले जाकर छोड़ दिया। थोड़ी देर बाद छात्र को फिर से वैन के पास देख चालक ने पूछा फिर उसे विद्यालय के पास छोड़ कर चला गया।
उधर छात्र की तलाश कर रही पुलिस के अलावा उसके परिवार के लोग व ग्रामीण परेशान थे। इसी बीच विद्यालय के पास रुद्र को देख स्थानीय लोगों ने विद्यालय प्रबंधक व पुलिस को सूचित किया। तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली। रुद्र के पिता आलोक कुमार गौंड ने पुलिस को लिखकर दिया कि इस मामले में किसी प्रकार की वह कार्रवाई नहीं चाहता।