शुभ कार्यों एवं शादी विवाह निशान चढानें से लेकर भक्तों का लगी रहती आस्था की भारी भीड़
प्रयागराज (जितेन्द्र शुक्ल)। गंगा पार क्षेत्र के बहादुरपुर विकासखंड स्थित ग्राम पंचायत लीलापुर खुर्द स्थिति वर्षों पुराना पीपल के वृक्ष मे माता महारानी देवी के नाम से विख्यात ग्रामदेवी चौरा पर भक्तों का एक अलग विश्वास देखने को मिलता है शुभ कामों से लेकर शादी विवाह पूजन अर्चन करने के लिए भक्तों का सिलसिला सुबह से शाम तक लगा रहता है, ग्राम पंचायत लीलापुर खुर्द स्थित महारानी देवी के नाम से प्रसिद्ध देवी मंदिर के बारे में विशेष जानकारी बताते हुए सरस्वती देवी उम्र 95 वर्ष पत्नी स्वर्गीय रामनरेश पूर्व प्रधान का कहना है कि ग्राम देवी अपने भक्तों के कठिन से कठिन परिस्थितियों में माता जी को जिसने सच्चे मन से पूजन अर्चन कर अपनी समस्याएं लेकर आए तो उनके जीवन में और परिवार की समस्याओं को मां दूर कर देती है । सरस्वती देवी ने बताया कि माता रानी के दरबार में प्रत्येक दिन ग्रामीण सुबह से लेकर शाम तक मंदिर दरबार में आते हैं । मंदिर के पुजारी पंडित कड़ेदिन शुक्ला ने बताया कि ग्राम देवी का यह पुराना पीपल का वृक्ष उनके पूर्वजों द्वारा लगाई गई, जहां पर इस वृक्ष से नीम का भी वृक्ष प्रकट हो गया आस्था और विश्वास के इस चमत्कार को कई मायने में लोगों ने देखा भी यहां पर ग्रामीण खीर, बनाने को लेकर अपने घरों से बर्तन लेकर आते और माता का पूजन करते थे परंतु आज 21वीं सदी की बात करें तो यहां पर नवयुवक संघ नवरात्र में मां का भाव पूजन अर्चन जागरण के साथ करते हैं । प्रविंद शुक्ला ने बताया कि यह प्रसिद्ध विख्यात मंदिर आस्था और विश्वास का प्रतीक है जहां लोग अपने प्रत्येक समस्याओं का निवारण स्वयं पा जाते हैं । पवन शुक्ला ने बताया कि यह उनके पूर्वजों द्वारा लगाई विशाल पीपल का पेड़ जहां पर बरगद के तीन पेड़ रहा करते थे परंतु 1978 के बाद में दो पेड़ बरगद के गिर गए और आज तीन पीपल के पेड़ और एक बरगद का विशाल वृक्ष के रूप में विराजमान है। ग्राम पंचायत लीलापुर खुर्द के लोग अपनी हर मनौती को लेकर माता के दरवाजे पर माथा टेकते हैं। मंदिर के विशेष पुजारी श्याम जी शुक्ला और श्रीमती सुधा देवी प्रतिदिन मंदिर की साफ सफाई व्यवस्था करते रहते हैं उन्होंने स्वयं इसका चमत्कार भी देखा है, सुधा शुक्ला कहना है कि भयंकर बीमारी के समय माता ने उनकी भरपूर मदद की और आज भी उन्हीं के सहारे उनका परिवार कुशल से चल रहा है। ग्राम पंचायत लीलापुर खुर्द वासियों ने भी ग्राम देवी और महारानी देवी के नाम से विख्यात इस देवी के असीम महिमा के बारे में भी बताया विनय प्रकाश शुक्ला पूर्व प्रधान लीलापुर खुर्द एवं पूर्व प्रधान कमलेश उपाध्याय ने भी देवी जी के बारे में चमत्कार के रूप में बताया और कहा कि यहां जो भी अपनी मनौती लेकर आता है मां उसकी पूरी करती है। कुलदीप शुक्ला ने बताया कि यह उनके पूर्वजों द्वारा वृक्ष का निर्माण कराया गया और आज इस मंदिर का निर्माण सभी ग्रामवासी के विशेष सहयोग से किया गया है जिसमें विशेष तौर से उनके बड़े भाई सुशील शुक्ला एवं जगदीश शुक्ला का विशेष योगदान था। सिद्धार्थ शुक्ला और आदित्य शुक्ला इस मंदिर के विकास के लिए सदैव तत्पर रहते हैं । अभिषेक उपाध्याय शास्त्री, मानस उपाध्याय रोहित शुक्ला एवं गांव के प्रत्येक युवक मंदिर में प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन भी करते रहते हैं एकता और विश्वास के भाईचारे का यह प्रतीक मंदिर आज एक चमत्कार के रूप में देखा जा रहा है। दूरदराज से आए भक्त भी मंदिर में दर्शन के लिए स्वयं खींचे चले आते हैं।