नई दिल्ली। भारत और यूनाइटेज किंगडम के बीच बहुप्रतिक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर हो गए हैं। करीब तीन साल और 14 दौरों की बातचीत के बाद आखिरकार ये समझौता हुआ। बोरिस जॉनसन से लेकर लिज ट्रस और फिर सुनक तक कई ब्रिटिश प्रधानमंत्री आए और गए लेकिन भारत ने अपने धैर्य और डिप्लोमेसी से आखिरकार इस डील को फाइनल करवा लिया।
आखिरकार वो दिन आ ही गया जब भारत और ब्रिटेन के बीच वो व्यापार समझौता साइन हो गया। जिसका इंतजार पिछले तीन साल से किया जा रहा था। खास बात ये है कि ये सिर्फ एक डील नहीं बल्कि अमेरिका जैसे शक्तिशाली देशों को एक संदेश है जो डेडलाइन की तलवार लटकाकर भारत से डील साइन करवाना चाहते हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूके दौरा शुरू हो चुका है और इस दौरे में सबसे बड़ी घोषणा हो गई है। भारत और यूनाइटेज किंगडम के बीच बहुप्रतिक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर हो गए हैं। करीब तीन साल और 14 दौरों की बातचीत के बाद आखिरकार ये समझौता हुआ। बोरिस जॉनसन से लेकर लिज ट्रस और फिर सुनक तक कई ब्रिटिश प्रधानमंत्री आए और गए लेकिन भारत ने अपने धैर्य और डिप्लोमेसी से आखिरकार इस डील को फाइनल करवा लिया।
ऐसे में सवाल ये है कि भारत को इससे क्या फायदा होगा। दरअसल, भारत को इससे बड़े फायदे होंगे। भारत के लगभग 99 प्रतिशत प्रोडक्ट पर यूके में जीरो ड्यूटी यानी भारतीय व्यपारियों को ब्रिटेन के मार्केट तक सीधी पहुंच और सस्ती पहुंच मिल जाएगी। आईटी प्रोफेशनल्स, योगा, इंस्ट्रक्शन और आर्किटेक्ट को यूके में शार्ट टर्म वीजा स्किल्ड इंडियंस के लिए अब नया अवसर मिल जाएगा। इस एफटीए के साथ जो यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद से ब्रिटेन द्वारा किया गया सबसे बड़ा समझौता है। दोनों पक्षों ने दोहरे योगदान समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। यह भारतीय श्रमिकों के नियोक्ताओं को ब्रिटेन में सामाजिक सुरक्षा अंशदान के भुगतान से छूट प्रदान करता है।
क्या-क्या सस्ता होगा?
वस्त्र एवं परिधान
रत्न, आभूषण एवं चमड़ा
इंजीनियरिंग सामान एवं ऑटो कंपोनेंट
आईटी एवं व्यावसायिक सेवाएँ
फार्मास्युटिकल्स एवं चिकित्सा उपकरण
खाद्य प्रसंस्करण, चाय, मसाले एवं समुद्री उत्पाद
रसायन एवं विशिष्ट सामग्री
हरित ऊर्जा एवं स्वच्छ प्रौद्योगिकी
मादक पेय पदार्थ (यूके को लाभ)
डील मजदूरों की तनख्वाह बढ़ाएगी
भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) साइन हो गया है। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूके के पीएम कीर स्टार्मर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए बड़ा लाभ लेकर आएगा। उन्होंने कहा कि ये डील मजदूरों की तनख्वाह बढ़ाएगी, जीवन स्तर सुधारेगी और कामकाजी लोगों की जेब में ज़्यादा पैसा डालेगी। ये नौकरियों और बिजनेस के लिए फायदेमंद है। इससे व्यापार सस्ता, तेज़ और आसान बनेगा। एफटीए के तहत कई उत्पादों पर टैरिफ खत्म किया गया है, जिससे भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार का रास्ता पहले से कहीं ज्यादा सुगम और लाभकारी बन जाएगा।